सरकार की नव-उदारवादी नीतियों का आम आदमी पर असर: माकपा

सरकार की नव-उदारवादी नीतियों का आम आदमी पर असर: माकपा

तिरुवनंतपुरम : माकपा पोलितब्यूरो के सदस्य एस रामचंद्रन पिल्लै ने आज कहा कि संप्रग सरकार की नव.उदारवादी आर्थिक नीतियां आम आदमी के सामने मौजूद समस्याओं का समाधान निकालने में पूरी तरह नाकाम रहीं हैं। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि इस तरह की नीतियों से केवल कापरेरेट लोगों को फायदा हुआ है वहीं आम आदमी की परेशानियां बढ़ गयीं।

केंद्र सरकार पर भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए कोई कदम नहीं उठाने का आरोप लगाते हुए माकपा नेता ने कहा, ‘‘सरकार को भ्रष्ट लोगों के काले धन का खुलासा करना चाहिए और कल्याणकारी योजनाओं में इनका इस्तेमाल किया जाए।’’ रामचंद्रन अपनी पार्टी के दक्षिण में चल रहे मार्च के सिलसिले में यहां आये हैं जिसे राज्य में आज दूसरा दिन हो गया।

उन्होंने कहा कि मार्च का उद्देश्य पार्टी द्वारा सुझाई वैकल्पिक नीतियों के लिए जनता से समर्थन मांगना है। माकपा और वाम दलों की वैकल्पिक नीतियों को इस मार्च के दौरान उठाया जाएगा। माकपा के राज्य सचिव पिनारायी विजयन और पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन के बीच कथित तौर पर दरार की खबरों के बारे में पूछे जाने पर पिल्लै ने कहा, ‘‘केरल में माकपा एकजुट है।’’ (एजेंसी)

First Published: Monday, February 25, 2013, 19:35

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