सामान्य कोटे में एडमिशन के मौके कम - Zee News हिंदी

सामान्य कोटे में एडमिशन के मौके कम






नई दिल्ली : अगर आपका बच्चा चार साल से उपर का है और आप सामान्य कोटे में आते हैं, तो आपको अपने बच्चे को दिल्ली के किसी स्कूल में प्रवेश दिलाने में खासी परेशानी आ सकती है। राजधानी के बहुत से स्कूल इस बार केजी में नए प्रवेश नहीं ले रहे हैं और नर्सरी में सामान्य श्रेणी के बच्चों के लिए सिर्फ 35 फीसदी या इससे भी कम सीटें दे रहे हैं। कुछ स्कूलों को छोड़कर ज्यादातर स्कूल इस बार केजी में नए बच्चों को प्रवेश नहीं दे रहे। इसके चलते उन अभिभावकों को खासी कठिनाई आ रही है, जो अपने बच्चे को पिछले साल प्रवेश नहीं दिला सके।

 

इसके अलावा अभिभावकों को इस साल एक परेशानी सामान्य श्रेणी के तहत कम सीटों के कारण भी आ रही है। अभिभावकों की शिकायत है कि लगभग सभी आला स्कूल भाई-बहन और भूतपूर्व छात्र श्रेणी को प्राथमिकता दे रहे हैं। स्कूलों ने अपनी सीटों की एक बड़ी संख्या ईडब्ल्यूएस, प्रबंधन और नि:शक्त बच्चे श्रेणी के लिए भी छोड़ दी है, जिसके चलते इन श्रेणियों में नहीं आने वाले बच्चों के लिए मौके बहुत कम रह गए हैं।

 

पिछले साल अपने बच्चे को नर्सरी में प्रवेश दिलाने के लिए 21 स्कूलों में आवेदन करने वाली आरती जैन के बच्चे को एक भी स्कूल में प्रवेश नहीं मिला। उन्हें इस साल भी अपने बच्चे का कहीं प्रवेश होने की आशा नहीं है। आरती ने कहा, मेरा बच्चा अब चार साल का हो गया है और केजी में प्रवेश के लिए फिट है, पर स्कूलों के प्रवेश नोटिस को देखकर मैं बहुत व्यथित हुई। हमारे आस-पास का कोई भी स्कूल इस बार केजी में बच्चों को नहीं ले रहा। अब अगर मैं नर्सरी के लिए कोशिश करती हूं, तो मेरे बच्चे का एक साल बर्बाद हो जाएगा।

 

उन्होंने कहा, और चूंकि, मेरा बच्चा किसी विशेष श्रेणी में नहीं आता, इसलिए मैं पूरी तरह निराश हूं। साल 2007 में गांगुली समिति ने अनुशंसा की थी कि चार साल के बच्चे के औपचारिक शिक्षा :कक्षा एक) शुरू करने के पहले प्रवेश स्तर केजी होना चाहिए, पर स्कूल नर्सरी को ही प्रवेश स्तर मानते हैं। समिति की अध्यक्षता करने वाले सीबीएसई के पूर्व अध्यक्ष अशोक गांगुली ने कहा, यह बहुत विचित्र स्थिति है, जिस का ध्यान से निपटारा किया जाना बहुत जरूरी है।  (एजेंसी)

First Published: Sunday, January 8, 2012, 18:19

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