सामूहिक विवाह : युवतियों के कौमार्य परीक्षण का आदेश

सामूहिक विवाह : युवतियों के कौमार्य परीक्षण का आदेश

बैतूल (मप्र) : मध्यप्रदेश में बैतूल कलेक्टर राजेश प्रसाद मिश्रा ने जिले के चिचौली ब्लाक के हरदू गांव में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत शादी के पूर्व युवतियों के कौमार्य एवं गर्भ परीक्षण की घटना की जांच के आदेश दिये हैं। मिश्रा ने बताया कि हरदू गांव में कल मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आयोजित सामूहिक विवाह समारोह के दौरान आई शिकायतों की जांच के आदेश दिये गये हैं। बैतूल की सहायक कलेक्टर नेहा मार्वया इस मामले की जांच करेंगी। उन्हें सात दिन में अपनी जांच रिपोर्ट पेश करने के लिये कहा गया है।

उल्लेखनीय है कि हरदू गांव में आयोजित उक्त सामूहिक विवाह समारोह में 350 युवतियों का कौमार्य परीक्षण किया गया था, जिनमें 90 आदिवासी युवतियां शामिल थीं। इस मामले में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने दोषी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ कडी कार्रवाई किये जाने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आदिवासी समाज और महिलाओं से माफी मांगने की बात कही है।

दूसरी तरफ, समाजवादी जन परिषद के अनुराग मोदी ने कहा कि जिला कलेक्टर इस मामले में केवल जांच के आदेश मात्र देकर अपना पल्ला नहीं झाड सकते। उन्होंने कहा कि बिना कलेक्टर की मंजूरी के महिलाओं को कौमार्य परीक्षण किया जाना संभव नहीं है। (एजेंसी)

First Published: Saturday, June 8, 2013, 21:48

comments powered by Disqus