Last Updated: Thursday, September 19, 2013, 23:10
ज़ी मीडिया ब्यूरोरांची : झारखंड के अंबुश में एक जवान के मृत शरीर में बम प्लांट कर धमाके की घटना को अंजाम देने के बाद अब माओवादी राज्य में नक्सली गुरिल्ला बच्चों को बम लगाने का प्रशिक्षण दे रहे हैं।
झारखंड के लातेहार जिले में बम लगाने का प्रशिक्षण लेते समय एक 10 वर्षीय बच्चा परदेसी लोहरा की मौत के बाद पुलिस ने गुरुवार को बताया कि राज्य में नक्सली गुरिल्ला बच्चों को बम लगाने का प्रशिक्षण दे रहे हैं। परदेसी की मंगलवार को मौत हो गई थी। पुलिस ने बताया कि नक्सलियों ने बम लगाने का प्रशिक्षण देने के लिए आठ बच्चों का अपहरण किया था। लोहरा इन्हीं बच्चों में से एक था। इनमें से कुछ बच्चे भाग निकलने में सफल रहे।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) एवं पुलिस प्रवक्ता एस.एन. प्रधान ने बताया, `झारखंड में नक्सलियों की कलई खुल गई है तथा महिला नक्सलियों के यौन शोषण के अनेक मामले सामने आए हैं। नक्सलियों को अपने दल में शामिल करने के लिए युवा नहीं मिल रहे, इसलिए वे विभिन्न उद्देश्यों के लिए बच्चों को प्रशिक्षण दे रहे हैं।`
नक्सल-विरोधी अभियान में शामिल एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक नक्सलियों द्वारा झारखंड में `बच्चों की सेना` बनाना कोई नई बात नहीं है। अधिकारी ने कहा, `पूर्व में, पुलिस अभियान की जानकारी जुटाने के लिए नक्सली, बच्चों का प्रयोग कर रहे थे। अब उन्होंने अपनी रणनीति बदल ली है, वे गांवों से बच्चों का अपहरण कर रहे हैं और उन्हें बम लगाने का प्रशिक्षण दे रहे हैं।`
पुलिस ने कहा कि खबरें मिली हैं कि गुमला और लोहरदगा में नक्सलियों द्वारा अपहृत कर लिए जाने के डर से बच्चों ने स्कूल जाना बंद कर दिया है। पुलिस के अनुसार, चत्रा जिले के डुमरीतारवान स्कूल में नक्सलियों ने एक पोस्टर लगाकर 30 बच्चों की मांग की है। स्कूल के एक अध्यापक ने 17 सितंबर को पोस्टर देखा और पुलिस को इस बारे में आगाह किया। उल्लेखनीय है कि झारखंड के 24 जिलों में से 18 में नक्सली सक्रिय हैं।
First Published: Thursday, September 19, 2013, 23:10