साहित्य उत्सव राजनीतिक मंच नहीं : गहलोत

साहित्य उत्सव राजनीतिक मंच नहीं : गहलोत

साहित्य उत्सव राजनीतिक मंच नहीं : गहलोतजयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों अन्तरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान द्वारा की गई कायरतापूर्ण घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस घटना को लेकर ‘जयपुर साहित्य उत्सव’ के मंच का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। गहलोत ने कहा कि दो मुल्कों के बीच तनाव कम करने में साहित्यकारों, कलाकारों एवं खिलाडियों की भूमिका अहम है।

गहलोत आज से गुलाबी नगरी में शुरू हुए पांच दिवसीय जयपुर साहित्य उत्सव का दीप प्रज्जवलित कर औपचारिक शुरूआत करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। पाक सैनिकों द्वारा भारतीय सैनिकों की हत्या के सम्बध में पूछे गए सवाल के जवाब में गहलोत ने कहा, ‘मैं मानता हूं कि दुनिया के इतिहास में दो देशों के बीच तनाव होते हैं। ऐसे हालात बन जाते हैं कि कल क्या होगा उस वक्त भी लेखकों, साहित्यकारों, कलाकारों, खिलाड़ियों की भूमिका तनाव को कम करने की रही है।’

गहलोत ने कहा कि पिछले दिनों अन्तरराष्ट्रीय सीमा पर हुई घटना की सभी ने निंदा की है। यह आघात पहुंचाने वाली घटना थी, जिसको कोई माफ नहीं कर सकता। गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान के बारे में आज लोगों में गुस्सा है। यह बात सभी को मालूम है। लेकिन इस मुद्दे को लेकर भी कोई राजनीति करना चाहे तो वह उसकी भी निंदा करता हैं, क्योंकि ‘जयपुर साहित्य उत्सव’ राजनीति करने का मंच नहीं होना चाहिए। इस घटना के लिए पूरा देश एकजुट है। (एजेंसी)

First Published: Thursday, January 24, 2013, 22:08

comments powered by Disqus