Last Updated: Sunday, October 9, 2011, 15:56
अहमदाबाद: सोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेड़ मामले के अहम गवाह सिलवेस्टर के फरार होने के सिलसिले में गुजरात के पांच पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए पुलिसकर्मियों को हालांकि जमानत पर रिहा कर दिया गया. पांच लोगों को उनकी हिरासत से सिलवेस्टर के भागने के मामले में गिरफ्तार किया गया. सिलवेस्टर सोहराबुद्दीन शेख का करीबी सहयोगी था.
वड़ोदरा जेल में बंद सिलवेस्टर उदयपुर में पुलिस हिरासत से भाग गया था. उसे अदालत की सुनवाई के लिए वहां ले जाया गया था. राजस्थान पुलिस ने शनिवार रात उसे पकड़ लिया था. वह सोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेड़ मामले में अहम गवाह है. इस मामले की सीबीआई जांच कर रही है.
राजस्थान पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सिलवेस्टर की गिरफ्तारी के बाद यह स्थापित हुआ है कि गुजरात पुलिस का दल शुक्रवार को अदालत में पेश करने के बाद आरोपी को उसके भोपालपुरा स्थित आवास पर ले गया था.
उन्होंने कहा कि गुजरात पुलिस का उपनिरीक्षक एम गोहिल, हेड कांस्टेबल विजय बाबू और रणछोड़ भाई तथा चालक गोपाल सिंह को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था और उन्हें रविवार को जमानत पर रिहा कर दिया गया. इस बीच, गुजरात के डीजीपी चितरंजन सिंह ने कहा कि गिरफ्तार पुलिसकर्मी को निलंबित भी कर दिया गया है.
गुजरात के गांधीनगर में वड़ोदरा पुलिस आयुक्त सतीश शर्मा के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि उनके खिलाफ एक विभागीय जांच शुरू कर दी गई है. डीजीपी ने हालांकि इस बात का खंडन किया है कि पुलिसकर्मियों ने जान-बूझकर सिलवेस्टर को भागने दिया क्योंकि वह सोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेड़ मामले में गवाह है. उस मामले में राज्य के पूर्व गृह राज्यमंत्री अमित शाह मुख्य आरोपी हैं.
(एजेंसी)
First Published: Monday, October 10, 2011, 12:25