Last Updated: Monday, March 4, 2013, 19:10
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के कुंडा क्षेत्र में सीओ के तौर पर तैनात पुलिस उपाधीक्षक जियाउल हक हत्याकांड में घटना के दिन उन्हें मौके पर अकेले छोड़कर भागने वाले तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अरुण कुमार ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि कुंडा कोतवाली के प्रभारी सर्वेश मिश्रा, वरिष्ठ उपनिरीक्षक विनय कुमार सिंह और सीओ के गनर इमरान को निलंबित कर दिया गया है। इस बात की जांच की जा रही है कि ये पुलिसकर्मी किन परिस्थितियों में अपने अधिकारी को मौके पर अकेला छोड़कर भागे।
इससे पहले, प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजम खान ने हक को अकेला छोड़कर भागने वाले पुलिसकर्मियों की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा था कि हमले के वक्त भागने वाले पुलिसकर्मी या तो कायर थे या हत्या की साजिश में शामिल थे। ऐसे पुलिसकर्मियों को नौकरी में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार देर रात दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी में गांव के प्रधान नन्हें और उनके भाई राकेश की हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद हुए हंगामे को नियंत्रित करने के लिए कुंडा के सीओ जिला उल हक कोतवाली प्रभारी सर्वेश मिश्रा, वरिष्ठ उपनिरीक्षक विनय कुमार सिंह और अपने गनर इमरान के साथ मौके पर गए थे। लेकिन आरोप है कि ये लोग उन्हें अकेला छोड़कर मौके से फरार हो गए, जिसके बाद ग्रामीणों की भीड़ ने सीओ की हत्या कर दी। (एजेंसी)
First Published: Monday, March 4, 2013, 19:10