Last Updated: Sunday, March 10, 2013, 09:01

कुंडा : उत्तर प्रदेश पुलिस के उपाधीक्षक (डीएसपी) जिया उल हक की हत्या और संबंधित हिंसा की जांच के लिए यहां आयी सीबीआई टीम ने एक निलंबित पुलिसकर्मी के साथ आज देर शाम अपराध स्थल का दौरा किया ताकि घटनाक्रम की कड़ियों का उसके दावों से मिलान किया जा सके।
मामले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने के बाद गुरुवार को उत्तर प्रदेश के विवादास्पद नेता रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के खिलाफ गत प्रतापगढ़ के कुंडा में जिया उल हक की हत्या मामले में जांच एजेंसी ने मामला दर्ज किया।
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि एजेंसी निलंबित पुलिस निरीक्षक सर्वेश को उसी समय शाम के लगभग सात बजे अपराध स्थल लेकर गई जब बालीपुर गांव में ग्राम प्रधान नन्हें यादव की हत्या हुई थी। सीबीआई के दल ने ऐसा इसलिए किया ताकि घटनाक्रम की श्रृंखला को उसकी ओर से किये दावों के अनुरूप फिर से तैयार किया जा सके।
सूत्रों ने बताया कि टीम निलंबित निरीक्षक को यादव के घर लेकर गई जहां ताला बंद था। टीम निलंबित निरीक्षक को वहां भी लेकर गई जहां ग्राम प्रधान, उसके भाई और डीएसपी जिया उल हक के शव उसी तरह से पड़े थे जैसा दावा उसने अपने बयान में किया था ताकि घटनाक्रम के समय का उसकी ओर से किये दावों से मिलान किया जा सके। जिया उल हक की पत्नी परवीन आजाद की तहरीर पर सीबीआई ने चार प्राथमिकी दर्ज की हैं जिसमें से एक में कुंडा से पांच बार निर्दलीय विधायक रहे राजा भैया का नाम है। उन पर आपराधिक षड्यंत्र का भी आरोप लगाया गया है।
इस बीच एजेंसी ने तीन निलंबित पुलिस अधिकारियों और थाना अधिकारी से पूछताछ की जिसने हक की हत्या मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी। (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 10, 2013, 09:01