Last Updated: Saturday, December 3, 2011, 03:37
जोधपुर: जोधपुर की एक विशेष अदालत (सीबीआई) ने लापता नर्स भंवरी देवी प्रकरण में गिरफ्तार राजस्थान के बर्खास्त मंत्री महिपाल मदेरणा और विधायक के भाई परसराम विश्नोई को शनिवार को 9 दिसम्बर तक के लिए सीबीआई को रिमांड पर सौंप दिया।
केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कड़ी सुरक्षा के बीच तीसरे पहर महिपाल मदेरणा और परस राम विश्नोई को अदालत में पेश किया। सीबीआई ने पूछताछ के लिए दोनों अभियुक्तों को रिमांड पर देने का अनुरोध किया, जिसे अदालत ने मंजूर कर लिया। गौरतलब है कि सीबीआई ने महिपाल मदेरणा और परसराम विश्नोई को शुक्रवार देर शाम जोधपुर में गिरफ्तार किया था। मदेरणा राज्य के वरिष्ठ कांग्रेस नेता परसराम मदरेणा के बेटे हैं और परसराम विश्नोई कांग्रेस विधायक मलखान सिंह के भाई हैं।
इससे पूर्व सीबीआई ने जोधपुर की अदालत में इस मामले के तीन आरोपियों शहाबुददीन, बलदेव जाट और सोहन लाल के खिलाफ पहला आरोप पत्र दाखिल किया, जिसमें उन पर हत्या के इरादे से 36 वर्षीय नर्स भंवरी का अपहरण करने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया। ये तीनों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं।
सीबीआई ने अपने आरोप पत्र में मदेरणा और फरार संदिग्ध सहीराम का नाम भी शामिल किया है। सीबीआई अब तक एक सितंबर से लापता नर्स को खोज नहीं पाई है। जांच एजेंसी ने इस मामले में आरोप पत्र दाखिल किया क्योंकि तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद आरोप पत्र दाखिल करने की 90 दिन की समयसीमा अगले सप्ताह खत्म होने वाली थी।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, December 3, 2011, 17:39