Last Updated: Thursday, January 17, 2013, 17:28
हैदराबाद : आंध्र प्रदेश में रायलसीमा और आंध्र के कांग्रेसी नेताओं ने गुरुवार को कहा कि राज्य का कोई भी बंटवारा उन्हें मंजूर नहीं होगा। यहां एक बैठक में पारित प्रस्ताव में सीमांध्र (रायलसीमा-आंध्र) नेताओं ने केंद्र सरकार से राज्य को अविभाजित रखने का आग्रह किया है।
राज्य के दोनों क्षेत्रों से सरकार में शामिल मंत्रियों, विधायकों ने माना कि एकजुट आंध्र प्रदेश के अलावा उन्हें और कुछ मंजूर नहीं। मंत्री एस. शैलजानाथ ने कहा कि बैठक में 1972 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के एक बयान की पुष्टि की गई। उस समय गांधी ने कहा था कि विरोध प्रदर्शनों पर विचार करने के बाद मैं पूरी तरह से एकजुट आंध्र प्रदेश के पक्ष में हूं।
बैठक में पारित प्रस्ताव केंद्र सरकार और पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जाएगा। नेताओं ने 21 जनवरी को दिल्ली जाने का फैसला लिया है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 17, 2013, 17:25