Last Updated: Tuesday, February 19, 2013, 22:05

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज स्पष्ट किया कि सूर्य नमस्कार को लेकर सरकार की ओर से कोई निर्देश नहीं, जिनको अच्छा लगे करें और जिसे अच्छा नहीं लगे नहीं करें। विपक्षी दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने सूर्य नमस्कार का स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे द्वारा विरोध और टिप्पणी का उल्लेख किए जाने पर नीतीश ने कहा कि स्पष्ट किया कि सूर्य नमस्कार को लेकर सरकार की ओर से कोई निर्देश नहीं हैं, जिनको अच्छा लगे करें और अच्छा नहीं लगे नहीं करें।
हालांकि, उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री पीके शाही ने सार्वजनिक रूप से यह बताया था। लेकिन आज शिक्षा विभाग के प्रधानसचिव अमरजीत सिन्हा ने स्पष्ट कर दिया है कि सूर्य नमस्कार सभी लोग करें यह कोई सरकार का निर्देश नहीं है। जिनको अच्छा लगे करें और यदि अच्छा नहीं लगे नहीं करें यह कोई जरूरी नहीं है।
नीतीश ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी 150वां साल मनाया जा रहा है और इस अवसर पर कई संस्थाएं कई प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन कर रही हैं। इस सिलसिले में कोई बात आयी जो कि सरकार का फैसला नहीं है तथा ऐसी फैसला सरकार ले भी नहीं सकती है।
नीतीश ने कहा कि वे प्रतिदिन योग करते हैं और यह तो अपने मन में किसी को उचित लगे करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार को लेकर अनावश्यक विवाद पैदा नहीं किया जाना चाहिए और इसको लेकर कोई भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए।
सिद्दीकी द्वारा यह कहे जाने कि राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद, बिहार और शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा नौवीं एवं दसवीं के लिए अनुमोदित पाठ्यक्रम में सूर्य नमस्कार को शामिल किया गया है। नीतीश ने कहा कि इसको देख लिया जाएगा और त्रुटि को ठीक कर लिया जाएगा।
सिद्दकी द्वारा यह कहे जाने कि स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे ने राजद विधायक अख्तरुल ईमान को पाकिस्तानी एजेंट कहा है, नीतीश ने कहा कि सदन के अध्यक्ष एक नियमन दे दिया है कि इस मामले में विपक्षी दल के नेता और संसदीय कार्य मंत्री की उपस्थिति में कल की सदन की कार्यवाही को वे देखेंगे। नीतीश ने कहा कि वे विपक्षी सदस्यों से यह प्रार्थना करेंगे कि जो बात रिकार्ड में है या नहीं उसका उल्लेख करके अप्रत्यक्ष रूप से रिकार्ड पर लायें। यह अच्छी बात नहीं होगी।
उल्लेखनीय है कि सदन के बाहर कल चौबे ने कहा था ‘स्वामी विवेकानंद के 150वीं शताब्दी के अवसर पर आयोजित सूर्य नमस्कार जो लोग विरोध करते हैं। ऐसे लोग राष्ट्रद्रोही हैं, पाकिस्तानी एजेंट हैं।’ चौबे ने कहा ‘ऐसे पाकिस्तानी एजेंट अगर सदन के अंदर घुस आएगा या आम आदमी की आस्था को मर्माहत करेगा, तो उनको माफी मांगनी चाहिए और उनकी सदस्यता भी समाप्त की जानी चाहिए।’ चौबे के इस बयान पर जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिवानंद तिवारी द्वारा घोर निदंनीय और इसके लिए उनसे खेद व्यक्त किए जाने की बात कहे जाने पर चौबे ने अपनी कडी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 19, 2013, 22:05