Last Updated: Thursday, April 25, 2013, 13:01
ज़ी मीडिया ब्यूरोकोलकाता : शारदा ग्रुप के चेयरमैन व प्रबन्ध निदेशक सुदीप्त सेन ने सीबीआई को 18 पेज की जो चिट्ठी भेजी है उसमें कई प्रमुख राजनीतिज्ञों, अधिकारियों और कानूनी विशेषज्ञों के नाम शामिल हैं जिन्होंने कंपनी से पैसे लिए है। माना जा रहा है कि अगर इन नामों का खुलासा हुआ तो सूबे की राजनीति में तूफान आ जाएगा।
सीबीआई ने यह पत्र कोलकाता स्थित पुलिस कमिश्नर को भेज दिया। विधाननगर पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को सेन का यह पत्र 19 अप्रेल को मिला। इस पत्र से राजनीतिज्ञों व पश्चिम बंगाल चिट फंड इंडस्ट्री के बीच गठजोड़ का खुलासा हो सकता है। मालूम हो कि इस गठजोड़ की वजह से ही गावों-कस्बों के लाखों निवेशक अपनी मेहनत की कमाई से हाथ धो बैठे हैं।
पुलिस सूत्रों ने सेन का यह पत्र मिलने की बात स्वीकारी। इस पत्र में सेन ने कथित रूप से तृणमूल कांग्रेस के दो राज्यसभा सांसदों व असम के एक मंत्री से रिश्ते होने की बात कही है। पत्र में बताया गया है कि कैसे इन सांसदों व मंत्री ने उन्हें पैसों के लिए ब्लैकमेल किया। सेन का असम में भी चिट फंड का बड़ा कारोबार है। पत्र में 22 लोगों के नाम हैं जिन्होंने पैसा बनाने के लिए सेन का इस्तेमाल किया। इनमें एक दर्जन व्यापारियों के अलावा करीब पांच वरिष्ठ राजनीतिज्ञों के भी नाम हैं जो बंगाल में अपना चिट फंड का व्यवसाय चला रहे थे।
मालूम हो कि चिटफंड कम्पनी शारदा ग्रुप के चेयरमैन व प्रबन्ध निदेशक सुदीप्त सेन को पुलिस ने मंगलवार रात को जम्मू कश्मीर से दबोच लिया था। उसके दो सहयोगियों देवयानी मुखर्जी और अरविन्द सिंह चौहान को भी गिरफ्तार किया गया है।
First Published: Thursday, April 25, 2013, 13:01