Last Updated: Monday, May 14, 2012, 08:05
रायपुर: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में माओवादी हमले में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के छह जवानों समेत सात लोगों की मृत्यु की घटना के बाद क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान तेज कर दिया गया है।
रविवार की रात दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल क्षेत्र में माओवादी हमले में सीआईएसएफ के छह जवानों समेत सात लोगों की मृत्यु की घटना के बाद क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस बल को जंगल में भेजा गया है तथा कांबिंग आपरेशन शुरू कर दिया गया है।
घटना की सूचना मिलते ही आज सीआईएसएफ के महानिदेशक राजीव तथा अन्य अधिकारी रायपुर पहुंचे तथा घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। इस दौरान सीआईएसएफ के महानिदेशक से राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मुलाकात की तथा आगे की रणनीति के बारे में विचार विमर्श किया।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में रविवार की रात माओवादियों ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के वाहन पर हमला कर दिया था, जिसमें सीआईएसएफ के छह जवान समेत सात लोगों की मृत्यु हो गई।
राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मुताबिक सीआईएसएफ का गश्ती दल रविवार रात किरंदुल थाने से लगभग तीन किलोमीटर दूर स्थित राष्ट्रीय खनिज विकास निगम के फिल्टर प्लांट के पास बोलेरो जीप से गश्त कर रहा था।
गश्त के दौरान ही सशस्त्र माओवादियों ने अचानक जीप पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस हमले में सीआईएसएफ के छह जवान प्रधान आरक्षक सुभाष चंद्र, आरक्षक प्रकाश चंद्र मीणा, एके वर्मा, जयंता दास, केसी मीणा, और रंजीत सिंह शहीद हो गए तथा इस घटना में वाहन चालक बिसुराम की भी मृत्यु हो गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गश्त के दौरान लगभग एक सौ की संख्या में हथियार बंद नक्सलियों ने गश्ती दल पर हमला कर दिया था और सभी जवानों से स्वचलित हथियार भी लूट लिए थे। राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इस घटना की निंदा की है तथा पुलिस महानिदेशक अनिल नवानी से घटना के बारे में जानकारी ली है।
सिंह ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अर्ध सैनिक बलों और पुलिस जवानों को सतर्कता बरतने के लिए कहा है। राज्य में पिछले दिनों सुकमा जिले के कलेक्टर एलेक्स पाल मेनन के अपहरण और रिहाई के बाद माओवादियों का पुलिस दल पर हमले की यह पहली घटना है। सुकमा कलेक्टर मेनन की रिहाई के लिए राज्य सरकार और माओवादियों के मध्यस्थों के बीच हुई सहमति को राज्य में शांति बहाली के लिए सकारात्मक कदम बताया जा रहा था। वहीं राज्य सरकार ने भी बातचीत से समस्या का हल निकालने की बात कही थी, लेकिन इस घटना के बाद राज्य में शांति के लिए हो रहे प्रयासों को झटका लग सकता है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, May 14, 2012, 13:39