हिंसा के बाद बड़गाम जिले में सेना तैनात

हिंसा के बाद बड़गाम जिले में सेना तैनात

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के बड़गाम जिले में हिंसा से प्रभावित इलाकों में आज सेना तैनात कर दी गयी। कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर बनाने में सेना स्थानीय प्रशासन की मदद करेगी।

किलो-फोर्स के शरीफाबाद मुख्यालय में थलसेना प्रवक्ता कर्नल वीके शर्मा ने को बताया, ‘नागरिक प्रशासन के अनुरोध पर हमने बड़गाम जिले के कई हिस्सों में सेना की कई टुकड़ियां तैनात की हैं ताकि वे कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर बनाने में पुलिस की मदद करें।’ गौरतलब है कि सेना की एक टुकड़ी में 50-60 जवान होते हैं। प्रवक्ता ने बताया कि सेना की तैनाती के बाद से हालात नियंत्रण में हैं।

अधिकारियों ने बताया कि कल हुई आगजनी सहित हिंसा की कई घटनाओं के बाद जिले के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया गया। बहरहाल, उन्होंने यह बताने से इंकार कर दिया कि दो गुटों के बीच हुई हिंसा में कितने घरों को आग के हवाले किया गया।

सूत्रों ने बताया कि कम से कम एक दर्जन घर फूंक डाले गए जिससे काफी नुकसान हुआ है पर किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। प्रभावित इलाकों में शांति बनाए रखने के लिए कल रात अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजे गए। राज्य पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने लोगों से शांत रहने की अपील की। जनसंबोधन प्रणालियों का इस्तेमाल कर लोगों से कहा गया कि वे उन अफवाहों पर ध्यान न दें जो ऐसे लोगों द्वारा फैलाए जा रहे हैं जिनके निहित स्वार्थ हैं।

गांव की एक सड़क बनाने के मुद्दे पर शुक्रवार की रात दो संप्रदाय के लोगों के बीच पैदा हुए विवाद के बाद बड़गाम के सबदान, गलवनपुरा और रेशिपुरा गांवों में हिंसा भड़क उठी थी। सत्ताधारी नेशनल कांफ्रेंस और विपक्षी पीडीपी सहित मुख्यधारा की पार्टियों और अलगाववादियों ने हिंसा की निंदा की और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। अलगाववादी संगठनों का आरोप है कि गूल में हुई गोलीबारी की घटना जैसे कथित मानवाधिकार हनन के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए खुफिया एजेंसियों ने हिंसा भड़कायी है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, July 24, 2013, 23:24

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