हैदराबाद ब्लास्ट : अंधेरे में तीर मार रही पुलिस

हैदराबाद ब्लास्ट : अंधेरे में तीर मार रही पुलिस

हैदराबाद ब्लास्ट : अंधेरे में तीर मार रही पुलिसहैदराबाद : हैदराबाद में हुए दोहरे बम विस्फोट के मामले की जांच में अभी तक कोई उल्लेखनीय सफलता नहीं मिली है। अभी तक न तो कोई गिरफ्तारी हुई है और न ही इसके पीछे किस संगठन का हाथ है, इसकी पुख्ता जानकारी मिल पाई है।

कई सबूत हाथ लगने के पुलिस के बार-बार के दावे के बावजूद जांच अंधेरे में भटकती दिख रही है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जांच के नाम पर कई युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लेने के सिवाय पुलिस कुछ और नहीं कर सकी है। हिरासत में लिए गए लोगों में मक्का मस्जिद विस्फोट में बरी कर दिए गए लोग भी शामिल थे। हमले की जांच कई एजेंसियां कर रही हैं, लेकिन अभी तक यह भी साफ नहीं हो पाया है कि इसके लिए कौन-सा संगठन जिम्मेवार है।

21 फरवरी की शाम शहर के व्यस्त व्यापारिक केंद्र दिलसुखनगर में कुछ ही मिनट के अंतराल पर हुए दो बम विसफोटों में 16 लोगों की मौत हो गई और 117 अन्य घायल हो गए। आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के सदस्यों ने दिलसुख नगर की रेकी की थी, यह जानकारी मिलने के बावजूद हमला रोक पाने में नाकामी के आरोप का सामना कर रही हैदराबाद पुलिस ने जांच के लिए यह मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप सकती है।

दिल्ली की एक अदालत ने गुरुवार को आईएम के दो कथित सदस्यों को एनआईए की हिरासत में सौंपने का आदेश दिया था। ये दोनों 2012 के पुणे विस्फोट मामले में गिरफ्तार हुए थे और तिहाड़ जेल में बंद हैं। एनआईए ने पूछताछ के लिए दोनों की हिरासत की मांग की थी। एनआईए अब सैयद मकबूल और इमरान खान से पांच दिनों तक पूछताछ करेगी।

कई राज्यों में जांच फैला चुकी एनआईए अब सभी जगहों से प्राप्त सूचनाओं को जोड़कर हैदराबाद के दोषी को तलाशने में जुटी है। चूंकि धमाके हैदराबाद और साइबराबाद पुलिस कमिशनरियों की सीमा पर हुए हैं इसलिए दोनों कमिशनरियों की पुलिस मामले की जांच में जुटी है। इसके अलावा विशेष जांच टीमें भी जांच कर रही हैं और एनआईए, गुप्तचर ब्यूरो और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) भी जांच में हिस्सा ले रहे हैं। (एजेंसी)

First Published: Friday, March 1, 2013, 19:27

comments powered by Disqus