Last Updated: Monday, August 29, 2011, 10:43
कोलकाता : विवाह के लहंगों पर पश्चिमी संस्कृति का प्रभाव बढ़ रहा है. लेकिन अग्रणी फैशन डिजाइनर तरूण ताहिलयानी का मानना है कि दुल्हन के कपड़ों से जुड़े भारतीय डिजाइनों का जलवा बरकरार रहेगा. ताहिलयानी ने कहा, ‘लोग विशेष आयोजनों पर परंपरागत भारतीय संस्कृति तथा विरासत से जुड़े कपड़ों को पहनना ज्यादा पसंद करते हैं। हम एक दिन, दो दिन तक पश्चिमी पोशाकों को पहन सकते हैं. अंतत: भारतीय अपनी जड़ों से जुड़ना पसंद करते हैं, क्योंकि हमें इसपर गर्व है.’
लहंगा-चोली का प्रचलन कम होने को नकारते हुए ताहिलयानी ने कहा कि दुल्हन द्वारा पहने जाने वाले लहंगों का जलवा हमेशा बरकरार रहेगा. वह यहां वधुओं द्वारा पहने जाने वाले विभिन्न प्रकार के गहनों, पोशाकों आदि से जुड़े ‘तरूण ताहिलयानी ब्राइडल कॉलेक्शन 2011’ को पेश करने आए हुए हैं.
First Published: Monday, August 29, 2011, 16:13