Last Updated: Wednesday, June 27, 2012, 12:47

नई दिल्ली : हिंदी फिल्म जगत के महानायक अमिताभ बच्चन के माइक्रो ब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर की रंगीन दुनिया में अवतरित हुए ‘786’ दिन हो गए हैं और इस दिन उन्होंने इस पवित्र माने जाने वाले नंबर ‘786’ से जुड़ी अपनी यादों को लोगों के साथ साझा किया।
अमिताभ ने ट्वीट करते हुए ‘786’ दिन पूरे होने पर कहा कि हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनो के लिये बहुत पवित्र माने जाने वाले इस नंबर ने फिल्म ‘दीवार’ और ‘कुली’ में मेरी जान बचाई थी। बिग बी ने कहा कि फिल्म ‘दीवार’ में 786 बिल्ला मेरी कोट में होने की वजह से मेरी जान बच गई लेकिन फिल्म के अंत में यह गिर जाता है और मेरे द्वारा निभाये गये किरदार को गोली लगती है जिससे मौत हो जाती है। उन्होंने कहा कि इस पवित्र माने जाने नंबर :786: के साथ मेरी कई कहानियां जुड़ी हुई हैं।
मुस्लिम भाई और बहने जब भी कुछ कागज पर लिखते हैं तो हमेशा सबसे उपर पवित्र शुरूआत के रूप में 786 लिखते हैं। अमिताभ ने कहा कि 786 का मतलब बिस्मिल्लाह उर रहमान ए रहीम होता है अर्थात अल्लाह के नाम जो कि बहुत दयालु और रहमदिल है। यही इस नंबर का महत्व है।
उन्होंने कहा कि फिल्म दीवार के प्रदर्शन के बाद कारों के नंबर प्लेट और गले में पहने जाने वाले हार, कान के झुमको में 786 नंबर बहुत प्रमुखता से लिखा जाने लगा। उल्लेखनीय है कि पिछले 786 दिनों में अमिताभ बच्चन ट्विटर पर बहुत सक्रिय रहे हैं और अपने चाहने वालों के साथ सीधे संवाद किया है। उन्होंने अब तक 13901 ट्वीट किया है और 400 लोगों को वह ‘फालो’ करते हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 27, 2012, 12:47