Last Updated: Saturday, November 19, 2011, 10:26
ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली : 'रॉकस्टार' से लदे बॉक्स ऑफिस पर इस शुक्रवार को किसी बड़े बैनर ने अपनी नई फिल्म को रिलीज नहीं किया, पर अभिनेत्री से निर्माता बनीं ऋषिता भट्ट ने अपनी प्रॉडक्शन कंपनी में बनी फिल्म 'शकल पे मत जा' को चुनिंदा थिएटरों में लाकर हिम्मत दिखाई है।
'शकल पे मत जा' कॉमेडी को एक अलग तरीके से पेश करता है या इसे लीक से हटकर बनाई गई फिल्म कह सकते हैं। शुभ इसके लीड रोल में हैं जिन्होंने खुद इसकी स्क्रिप्ट भी लिखी है। इसस् पहले वो 'पा' के अलावा ‘नक्षत्र’ और ‘आसमां’ में काम कर चुके हैं। उनका अभिनय ठीक है और अन्य कलाकारो में शुभाशीष मुखर्जी
, प्रतीक कराते
, सौरभ शुक्ला
, रघुवीर यादवने भी अपने कद के अनुरुप कोशिश की है। आमना शरीफ
, जाकिर हुसैन
, हर्शल पारेख
, चित्रक बंदोपाध्याय और गंगा साहू ने भी अच्छा अभिनय किया है। ये सभी नवोदित कलाकार हैं पर अंत तक गहरी छाप छोड़ते हैं।
कॉमिडी फिल्मों के शौकीनों को इस फिल्म के क्रेज को अंत तक देखा जा सकता है। फिल्म 'शकल पे मत जा' चार लड़कों शुभाशीष मुखर्जी, प्रतीक कतारे, हर्शल पारेख और चित्रक बंदोपाध्याय की कहानी है। ये अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म के लिए एक अमेरिकी विमान की शूटिंग करने की कोशिश में एयरपोर्ट पर फंस जाते है। संयोगवश आतंकी घटना की सूचना के बाद दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर हाई अलर्ट है जहां ये चारों शूटिंग के लिए पहुंच जाते हैं। संदेह पर इन्हें हिरासत में ले लिया जाता है। वो अपनी सफाई देते हैं पर इसे गंभीरता से नहीं लिया जाता और उन्हें पूछताछ के लिए भेज दिया जाता है। मामला और उलझ जाता है और सीनियर इंसपेक्टर रघुवीर यादव के साथ एटीएस अफसर सौरभ शुक्ला के कहने पर सभी को एक गैंग से संबंधित बताया जाता है। कुल मिलाकर फिल्म दर्शकों को अंत तक बांधे रखता है।
संगीत भी ताजा है और नयापन झलकता है। सिनेमैटोग्राफी में जहां दम दिखाई देता है
मगर दूसरे भार में यह थोड़ा खटकती है। इस फिल्म के डायलॉग्स व संपादन भी इसे एक हद तक देखने लायक बनाती है। अगर आप अलग तरह की फिल्मों के शौकीन हैं वो भी 'रॉकस्टार' फेम लीक से हटकर तो 'शकल पे मत जा' पर जा सकते हैं।
First Published: Saturday, November 19, 2011, 16:10