'अग्निपथ' में रितिक की दमदार वापसी - Zee News हिंदी

'अग्निपथ' में रितिक की दमदार वापसी



ज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो

 

मुंबई : अपने कैरियर के शुरुआती दौर में ही रितिक रोशन ने 'फिजा' और 'मिशन कश्मीर' जैसी फिल्मों में कुछ गहन और सोचपूर्ण और गंभीर भूमिका निभाई। हालांकि ये फिल्में बॉक्स ऑफिस पर ज्‍यादा सफल नहीं हो पाईं, लेकिन एक अभिनेता के तौर पर रितिक रोशन द्वारा ऐसी भूमिकाएं अभिनय कैरियर के शुरुआत में करने पर उनकी सराहना की गई।

 

अब रितिक एक प्रसिद्ध अभिनेता बन चुके हैं और धीरे-धीरे चकाचौंध भरी ग्लैमरस भूमिकाओं में भी मसगूल हो गए। लगभग एक दशक के बाद रितिक कुछ उसी तरह के अवतार में इस हफ्ते नई रिलीज फिल्‍म 'अग्निपथ' में वापस आ रहे हैं। इसमें कोई शक नहीं है, रितिक की भूमिका इसमें शानदार है!

 

फिल्म अग्निपथ, जो अमिताभ बच्‍चन अभिनीत एक क्लासिक फिल्‍म का रीमेक है, की कहानी और थीम कमोबेश वैसी ही है, लेकिन निर्देशक करन मल्होत्रा ​​ने रऊफ लाला (ऋषि कपूर ने बखूबी निभाई) जैसे नए किरदार को इस फिल्‍म में शामिल किया और कुछ पुरानी घटनाओं और पात्रों को हटा भी दिया।
इस फिल्‍म का कथानक मांडवा नामक एक गांव में पहले तैयार किया गया, फिर फिल्‍म की कहानी मुंबई आ पहुंची, जहां विजय दीनानाथ चौहान (रितिक रोशन) रऊफ लाला के लिए काम करता है। और जल्‍द ही उसके गिरोह का एक महत्वपूर्ण सदस्य बन जाता है। विजय के जीवन का एक ही मकसद होता है, कांचा (संजय दत्त) से अपने पिता की मौत का बदला लेना और उनके पैतृक स्थान की गरिमा को वापस लौटाना जो अब कांचा का साम्राज्‍य बन चुका है।

 

अमिताभ और डैनी के बेहतरीन अभिनय से सजी यश जौहर की फिल्म अग्निपथ 1990 में आई थी। अब उसी फिल्म को श्रद्धांजलि देते हुए यश जौहर के बेटे करण जौहर लेकर आए हैं फिल्म ‘अग्निपथ’। इस फिल्‍म में रितिक रोशन, संजय दत्त, प्रियंका चोपड़ा, ऋषि कपूर ने दमदार अभिनय किया है। दमदार कहानी, बेहतरीन अभिनय और संवाद अदायबी इस नई फिल्म ‘अग्निपथ’ को और शानदार बनाते हैं।

 

छोटे से गांव मांडवा में विजय का बचपन बीतता है। उसके पिता और प्रिसिंपल (चेतन पंडित) उसे जीवन के सच से वाकिफ कराते हैं और बताते हैं कि सच के लिए लड़नेवालों को किस तरह ‘अग्निपथ’ से होकर गुजरना पड़ता है। उसके परिवार की खुशियों पर ड्रग माफिया कांचा (संजय दत्त) की नजर लग जाती है और कांचा विजय के पिता की मौत का कारण बनता है। गर्भवती मां के साथ विजय गांव छोड़कर मुंबई आ जाता है। लेकिन उसका अब एक ही मकसद है, मांडवा में वापस जाना और पिता, परिवार के खोए सम्मान को फिर हासिल करना। मुंबई के गैंगस्टर रउफ लाला के गैंग में शामिल होने के बाद अपने मकसद को पाने और मांडवा वापस लौटने के लिए विजय मुंबई के अपराध जगत में तेजी से उभरता है। इसी मकसद के लिए वह कई रिश्ते तोड़ता है और कई रिश्ते बनाता है।
काली (प्रियंका चोपड़ा) विजय की सबसे अच्छी दोस्त है और वह हर मोड़ पर  विजय का साथ निभाती है। 15 साल बाद कांचा के लिए विजय की नफरत विजय को मांडवा खींच लाती है। यहां से शुरू होती है, ऐसी जंग जिसे देखकर लोग चौंक जाएंगे। रितिक रोशन ने इस फिल्म में विजय दीनानाथ चौहान के किरदार को अपनी स्टाइल में निभाया है और कहना होगा कि उन्होंने बहुत ही अच्छा काम किया है। ‘अग्निपथ’ में रितिक पहले से कहीं ज्यादा परिपक्व कलाकार दिखाई दे रहे हैं।
‘अग्निपथ’ के कांचा यानी संजय दत्त बॉलीवुड में खलनायकी की एक नई परिभाषा लिखते नजर आते हैं। क्रूर कांचा के रूप में संजय दत्त बहुत ज्यादा प्रभावित करते हैं। उनका खतरनाक गेट-अप, अभिनय, मुस्कराहट और गुस्सा सभी कुछ कांचा के किरदार को नई ऊंचाई पर ले जाता है। यह फिल्म विजय और कांचा की टक्कर की कहानी है। फिर भी कहानी में काली (प्रियंका चोपड़ा) के किरदार का भी महत्व है। जिसे प्रियंका ने बखूबी निभाया है।
हालांकि ऋषि कपूर ने फिल्म ‘कल किसने देखा’ में नकारात्मक भूमिक पहले भी निभाई है। लेकिन ‘अग्निपथ’ में जो उन्होंने किया है, वह पहले कभी नहीं किया। रउफ लाला के रूप में ऋषि कपूर बहुत लोगों को चौंकाएंगे। किशोरावस्था के विजय का किरदार निभानेवाले अरिष भिवंडीवाला का काम ध्यान आकर्षित कर जाता है। जरीना वहाब सहज दिखीं। ओम पुरी ने कमाल का अभिनय किया है। कैटरीना कैफ का आइटम नंबर ‘चिकनी चमेली’ पहले ही सुपरहिट हो चुका है। कुल मिलाकर कह सकते हैं नई फिल्‍म ‘अग्निपथ’ अपनी मूल फिल्म को श्रद्धांजलि देती नजर आती है।

(एजेंसी)

First Published: Thursday, January 26, 2012, 18:53

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