Last Updated: Monday, July 23, 2012, 15:01

ज़ी न्यूज ब्यूरो
अजमेर: अजमेर में ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के प्रमुख ने फिल्म कलाकार और निर्माताओं के दरगाह पर आने पर ऐतराज जताया है। उन्होंने इस्लामिक बुद्धिजीवियों और उलेमाओं से अपील की है कि वह इस मुद्दे पर ध्यान दें।
दरगाह दीवान जैनुल अबेदीन अली खान ने एक बयान में कहा इस्लाम में नृत्य और फिल्में प्रतिबंधित हैं। समाज में तेजी से गिर रहे नैतिक स्तर के पीछे यह एक बड़ी वजह फिल्में है। फिल्म कलाकार, निर्दशक, निर्माता दरगाह पर आकर एक तरह से अपनी फिल्मों का ही प्रमोशन करते हैं, जो बर्दाश्त करने लायक नहीं है।
दरगाह प्रमुख का कहना था कि किसी पवित्र स्थल को ऐसे मकसद के लिए इस्तेमाल करना ठीक नहीं है जो प्रतिबंधित और इस्लामिक नियमों के खिलाफ जाते हो।
उन्होंने कहा कि इस्लामिक विद्वान और उलेमा इस मुद्दे पर शांत हैं। उन्होंने कहा कि यह आपत्तिजनक है और यह बंद होना चाहिए।
First Published: Monday, July 23, 2012, 15:01