अभिनेता देवानंद को भावभीनी श्रद्धांजलि - Zee News हिंदी

अभिनेता देवानंद को भावभीनी श्रद्धांजलि

लंदन: ब्रिटेन में भारतीय और दक्षिण एशियाई समुदाय के लोगों ने शनिवार को देवानंद के गीतों को बजाकर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी और इस सदाबहार अभिनेता के कार्यो को भविष्य की पीढ़ियों के लिये सुरक्षित किये जाने का आह्वान किया ।

 

प्रशंसकों ने कहा कि देवानंद अपने आप में जीती जागती संस्था थे और उन्होंने संस्कृति, कला, नाटक और फिल्म को बढ़ावा दिया ।

 

देवानंद के बेटे सुनील आनंद ने संपूर्ण भारतीय और दक्षिण एशियाई समुदाय को भारी संख्या में उपस्थित होकर उनके पिता के साथ सहानुभूति जताने और श्रद्धांजलि देने के लिये धन्यवाद दिया ।

 

सुनील आनंद ने कहा, ‘वह मेरे पिता, मेरे सबसे अच्छे मित्र थे और हमारे परिवार को उनकी कमी बहुत खलेगी। वह हम सबको देख रहे हैं और मुस्करा रहे हैं।’

 

देवानंद के भाई विजय आनंद के बेटे बिभू आनंद ने कहा, ‘यह आश्चर्यजनक है लेकिन दुखद है कि वह अब नहीं रहे लेकिन मुझे देव चाचा की विरासत पर गर्व है । वह शायराना व्यक्तित्व के धनी थे । वह रोमांटिक थे । वह एक ऐसे बच्चे थे जो कभी बड़ा नहीं हुआ ।’

 

भारतीय विद्या भवन के अध्यक्ष जोगिंदर सेंगर ने देवानंद को जीती जागती संस्था करार दिया और कहा कि उन्होंने भारतीय संस्कृति, कला, नाटक और फिल्म को बढ़ावा दिया ।

 

उन्होंने कहा, ‘भारतीय सिनेमा में उनके योगदान का कोई सानी नहीं है । उनका लोकतंत्र में जबर्दस्त विश्वास था और उनके अंदर अपने सिद्धांतों के लिये उठ खड़े होने का साहस था । उन्होंने आपातकाल का विरोध किया और निजी रूप से अपने कार्यो के लिये वह हमेशा याद किये जायेंगे ।’

 

बीबीसी के एशियन प्रोग्राम के राज और पाबलो ने भारतीय अभिनेत्रियों नंदा, पद्मिनी कोल्हापुरी और वैजंयतीमाला के साक्षात्कार और उनकी ओर से देवानंद को दी गई श्रद्धांजलि को प्रसारित किया। लार्ड करण बिलिमोरिया ने देवानंद की फिल्म चार्जशीट का एक फोटोग्राफ जारी किया।

 

उन्होंने कहा, ‘देवानंद अपने जीवनकाल में लीजेंड थे और हमेशा लीजेंड रहेंगे।’ लार्ड मेघनाद देसाई ने कहा, ‘‘देवानंद को सबसे बड़ी श्रद्धांजलि यह होगी कि उनकी फिल्मों को भावी पीढ़ी के लिये संरक्षित करके रखा जाये । उन्होंने अपना पूरा जीवन अच्छे से जीया ।’

 

देवानंद के भतीजे टोनी सरीन ने उन्हें फिल्मों के महानतम शोमैन में से एक करार दिया । उन्होंने कहा, ‘वह हमेशा मानते थे कि ऐसा कुछ भी नहीं है जिसे कठिन परिश्रम और लगन से हासिल नहीं किया जा सकता।’  (एजेंसी )

First Published: Sunday, December 11, 2011, 09:01

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