Last Updated: Monday, December 3, 2012, 18:29

नई दिल्ली : फिल्म इंडस्ट्री में लगभग दो दशक गुजार चुके कोरियोग्राफर, डांसर और निर्देशक प्रभुदेवा कहते हैं कि उन्हें आने वाली फिल्म ‘एबीसीडी-एनीबडी कैन डांस’ के सेट पर ऐसा लगा मानो वे कोई नौसीखिए हों।
फिल्म इंडस्ट्री में फिल्मकार के तौर पर सफलता हासिल कर लेने के बाद अब 39 वर्षीय प्रभुदेवा रेमो-डीसूजा के निर्देशन में बनने वाली इस फिल्म के जरिए अभिनय के क्षेत्र में वापसी कर रहे हैं। इससे पहले वे वर्ष 1997 में आई फिल्म ‘सपने’ में काजोल के साथ नजर आए थे।
प्रभुदेवा ने प्रेस ट्रस्ट को बताया,‘‘युवा कलाकारों के साथ काम करके मैं सेट पर खुद को एक नौसीखिए कलाकार जैसा महसूस कर रहा था। मैं नियमित नायक नहीं हूं। उनके साथ कम करना अच्छा अनुभव था क्योंकि मैं अपने सहकलाकारांे से छोटे-छोटे स्टेप सीख रहा था। मुझे ज्यादा समस्या नहीं आई क्योंकि रेमो ने मुझे अच्छी तरह से निर्देशन दिया।’’ यूटीवी के द्वारा बनाई जा रही इस फिल्म में डांस इंडिया डांस के पूर्व प्रतिभागी सलमान, धर्मेश, प्रिंस, मयूरेश और व्रुशाली हैं। यह फिल्म फरवरी 2013 में प्रदर्शित होगी।
इस फिल्म को करते हुए प्रभुदेवा की मुख्य चिंता हिंदी संवाद न बोल पाने को लेकर थी। लेकिन उन्होंने इसे एक चुनौती की तरह लिया और किसी डबिंग कलाकार की मदद लेने के बजाय खुद ही अपने संवाद बोले। उन्होंने कहा,‘‘हिंदी में अपने संवाद बोलना मेरी परीक्षा थी। मेरे निर्देशक ने मुझे संवाद दिए और मैं उन्हें बैठकर याद करता था। अपने संवादों के साथ सही भावों को अभिव्यक्त करने के लिए मैंने बहुत मेहनत की और बाकी चीजों का जिम्मा रेमो पर था।’’ इस फिल्म में प्रभुदेवा एक डांस टीचर की भूमिका में हैं। फिल्म में अपने किरदार के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी दिए बिना उन्होंने कहा, ‘‘फिल्म में मैं एक महत्वपूर्ण किरदार निभा रहा हूं जिसके चारों ओर फिल्म की कहानी घूमती है।’’ फिल्म ‘पुकार’ में ‘के सेरा सेरा’ गीत और ‘हम से है मुकाबला’ के गीत ‘मुकाबला’ का नृत्य निर्देशन कर चुके प्रभुदेवा ‘वांटेड’ और ‘राउडी राठौड़’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों का निर्देशन भी कर चुके हैं। प्रभुदेवा कहते हैं कि वे अपने दर्शकों के लिए मसाला फिल्में बनाना जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को मसाला फिल्में पसंद आती हैं और मुझे वही बनाना होता है जो लोगों को पसंद आए। मैं एक डांसर हूं और लोग मुझे मारधाड़ वाली फिल्में बनाने के लिए कहते हैं। इसके अलावा मुझे लगता है कि मसाला फिल्में बनाना ज्यादा मुश्किल नहीं हैं जबकि दूसरी फिल्में बनाने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। मैंने रेमो को उसकी नृत्य आधारित फिल्म पर बहुत मेहनत करते देखा है।’’ बॉलीवुड में नृत्य से जुड़े बदलाव के बारे में प्रभुदेवा ने कहा कि आज का समय तब के मुकाबले बहुत अलग है जब नृत्य को फिल्मों में शामिल ही किया गया था।
उन्होंने कहा,‘‘पहले फिल्मों में सिर्फ नायिकाएं ही नृत्य करती थीं लेकिन समय बदलने के साथ नायक भी इसमें हाथ आजमाने लगे। पहले नायक सिर्फ मारधाड़ में ही शामिल होते थे। आज के माहौल में गाने और डांस नंबर किसी फिल्म की अच्छी कमाई में अहम भूमिका निभाते हैं।
प्रभुदेवा ने कहा,‘‘अब तो टेलीविजन भी बहुत हद तक इन गानों पर निर्भर करता है। अब गायन और नृत्य पर आधारित ऐसे बहुत से रिएलिटी शो आ चुके हैं जो अच्छे टैलेंट को उभारने में मदद करते हैं। हमारे समय में ऐसा कुछ भी नहीं था।’’ (एजेंसी)
First Published: Monday, December 3, 2012, 18:29