Last Updated: Friday, June 22, 2012, 13:42
मुंबई: फिल्म बोल बच्चन के सिनेमाघर अधिकारों को लेकर नागपुर के एक वितरक की ओर से दायर मामले में अभिनेता अजय देवगन ने अपने उपर लगाए गए आरोपों का खंडन किया है। देवगन का कहना है कि उन्होंने किसी को धोखा नहीं दिया है।
देवगन ने कहा, ‘यह हास्यास्पद है। मामला अदालत में और एसोसिएशन के पास है। वह कुछ कह रहे हैं और हम कुछ कह रहे हैं। इसलिए, जो भी सही है सही चीज को किया जाएगा।’
उन्होंने कहा, ‘अगर उनके पास एक तर्क है तो हमारे पास भी एक तर्क है। मैं इस बारे में बात नहीं करना चाहता क्योंकि मामला अदालत में है। हमने किसी के साथ धोखा नहीं किया है।’
उन्होंने कहा, ‘ हम उनसे कहते रहे हैं कि वह एसोसिएशन के पास आएं और मामले को सुलझाएं लेकिन वह नहीं आ रहे हैं। वह जो भी चाहें दावा कर सकते हैं। मामला अदालत में है। इसमें दो मुद्दे हैं। मैं इसमें शामिल नहीं हूं।’ देवगन ने कहा, ‘ यह मामला उनके वितरक और अष्टविनायक के बीच है। अलग-अलग मुद्दे हैं। दोनों ने अदालत में मामला दायर कर रखा है। कोई किसी को धोखा नहीं दे रहा है। अदालत फैसला करेगी और वह जो भी फैसला करेगी उसे किया जाएगा।’
दरअसल नागपुर के वितरक अप्पू वाधवानी ने बोल बच्चन के अभिनेता और सह निर्माता अजय देवगन और अष्टविनायक सिने विजन लिमिटेड के खिलाफ एक स्थानीय अदालत में मामला दायर कर रखा है। वितरक के आरोप हैं कि निर्माताओं ने उसके साथ पिछले साल पूरे भारत में फिल्म वितरण के अधिकारों के लिए करार की अवहेलना करते हुए किसी दूसरी कंपनी से करार कर लिया। इसलिए वितरक ने फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने और अपनी टोकन राशि वापस लेने के लिए स्थानीय अदालत का दरवाजा खटखटाया है।
अप्पू वाधवानी की हीरा लक्ष्मी अम्यूजमेंट प्राइवेट लिमिटेड नामक वितरण कंपनी ने निर्माताओं के साथ फिल्म का पूरे भारत में वितरण करने के लिए पिछले साल 53.20 करोड़ रूपयों का करार किया था और 1.01 करोड़ रूपए टोकन राशि के बतौर भी दिए थे। यह डील रद्द हो गई और निर्माताओं ने फॉक्स स्टार स्टूडियोज के साथ नया करार कर लिया। (एजेंसी)
First Published: Friday, June 22, 2012, 13:42