Last Updated: Saturday, August 20, 2011, 12:12

मुंबई। नए प्रयोग और विचित्र विषयों पर फिल्म बनाने वाले राम गोपाल वर्मा ने इस बार अपना रंग दिखाया है. एक सच्ची घटना से प्रेरित फिल्म 'नॉट ए लव स्टोरी' को रामू ने बेहतरीन ढंग से पेश किया. हालात इंसान को पल भर में क्या से क्या बना सकता हैं, अपनी इस फिल्म में राम गोपाल वर्मा ने वही पेश किया है.
'सरकार' के लंबे अंतराल के बाद रामू ने ' नॉट ए लव स्टोरी ' को में बेहतरीन ढंग से पेश किया है. अपनी पिछली कई मेगा बजट फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप होने के बाद रामू ने इस फिल्म को बेहद सीमित बजट में बनाया.
इस बात का पता इसी से चलता है कि फिल्म में फोटोग्रफी डायरेक्टर रखने की बजाय इसे कैनन 5- डी कैमरे के साथ शूट किया जिससे फिल्म निर्माण की राशी आधी से भी कम हुई . वहीं रियल लोकेशन और अपनी यूनिट में कम से कम सदस्यों को लेकर रामू ने इस फिल्म को अपनी पिछली फिल्मों के मुकाबले एक चौथाई बजट में पूरा किया है.
इस फिल्म को शुरूआत में टाइटल ' अ लव स्टोरी ' दिया गया था , लेकिन फिल्म बनने के बाद रामू को लगा कि फिल्म में लव स्टोरी की बजाए क्रूरता का पलड़ा कुछ ज्यादा भारी हो गया है. बस उन्होंने टाइटल में नॉट शब्द भी जोड़ दिया.
रामू के सशक्त निर्देशन और किरदारों पर उनकी अच्छी पकड़ के चलते दर्शक पूरी फिल्म में बंधा रहता है. कैमरे पर रामू की जबर्दस्त पकड़ के चलते फिल्म का हर किरदार कहानी का अहम हिस्सा बन गया है. वहीं , फिल्म की शुरुआत में मुंबई से आई अनुषा के ऐक्ट्रेस बनने की कहानी और कोर्ट के दृश्यों को बेवजह लंबा खींचा गया है. माही गिल का अभिनय और दीपक डोबरियाल का अलग अंदाज भी फिल्म को अच्छा बनाता है. वैसे फिल्म में कुछ बोल्ड सीन जरूर हैं जो इसे 'ए' श्रेणी में डालता है.
First Published: Saturday, August 20, 2011, 17:44