Last Updated: Sunday, June 2, 2013, 13:16

नई दिल्ली : टीवी सीरियल ‘ना आना इस देश लाडो’ से घर घर में लोकप्रिय हुई बालीवुड अभिनेत्री मेघना मलिक का कहना है कि खाप पंचायतें समाज में काफी स्वीकार्यता रखती हैं और उन्हें अपने इस प्रभाव का इस्तेमाल कर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में काम करना चाहिए।
इस समय ‘झलक दिखला जा’ सीजन 6 की तैयारियों में जुटी मेघना मलिक ने फोन पर मुंबई से एक विशेष साक्षात्कार में भाषा को बताया, ‘‘कन्या भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा और ऑनर किलिंग कुछ ऐसी सामाजिक बुराइयां हैं जिन्हें किसी कानून के डंडे से नहीं मिटाया जा सकता । इसके लिए समाज को ही पहल करनी होगी।’’ खाप पंचायतों की सामाजिक स्वीकार्यता के बारे में पूछे जाने पर अम्मा जी उर्फ मेघना मलिक ने कहा कि वह हरियाणा और जाट समुदाय से ताल्लुक रखने के बावजूद इस व्यवस्था के बारे में बहुत अधिक नहीं जानती और इसीलिए उनकी कार्यप्रणाली पर कोई टिप्पणी कर किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहती। लेकिन उन्होंने दहेज और मद्यपान आदि पर रोक लगाने जैसे खाप पंचायतों के कुछ सकारात्मक फैसलों का जिक्र करते हुए कहा कि खाप पंचायतें यदि चाहें तो समाज में बड़े पैमाने पर सुधार किया जा सकता है और इन सामाजिक संगठनों ने समाज को दिशा देने वाले कई बड़े सकारात्मक फैसले भी किए हैं।
हिंदी भाषी राज्यों और विशेषकर हरियाणा में बालक बालिका अनुपात में सुधार के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा उन्हें अपना ब्रांड एम्बेसेडर बनाया गया है । वह अपनी पहल पर स्कूल कालेजों में महिला सशक्तिकरण और बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने तथा कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाने के सेमीनारों का आयोजन करती रहती हैं । एक अभिनेता और वह भी ‘ना आना इस देश लाडो’ की अम्माजी के किरदार के सामाजिक दायित्वों के संबंध में किए गए सवाल पर मेघना ने बताया कि उन्होंने हरियाणा प्रदेश सरकार के बाल विकास विभाग के अधिकारियों से अपनी पहल पर संपर्क कर किसी भी अभियान के लिए अपनी सेवाएं देने की पेशकश की थी। लेकिन मेघना ने विभाग के रवैये को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि संबंधित अधिकारियों ने पलट कर कभी कोई संपर्क नहीं किया।
मेघना हरियाणा के छोटे से जिले सोनीपत से ताल्लुक रखती हैं जहां उनके माता पिता दोनों पेशे से कालेज व्याख्याता रहे हैं । इस सवाल पर कि क्या रूढ़िवादी समाज में उन्हें किसी स्तर पर किसी प्रकार के भेदभाव का सामना करना पड़ा, मेघना ने कहा कि उनके माता पिता ने हमेशा उन्हें वित्तीय रूप से स्वावलंबी होने की शिक्षा दी और कभी यह अहसास नहीं होने दिया कि उनके परिवार में उनका कोई भाई नहीं है।
मेघना अब एक जून से शुरू हो चुके ‘‘झलक दिखला जा’’ सीजन 6 में कई नामी गिरामी हस्तियों के साथ डांस के जलवे बिखेरती नजर आएंगी। इस शो में इस बार फिल्म निर्माता करण जौहर, अभिनेत्री माधुरी दीक्षित और कोरियोग्राफर रैमो डिसूजा निर्णायकों की भूमिका में होंगे । इस कार्यक्रम की रिहर्सल में जुटी मेघना ने बताया कि डांस से उनका केवल शादी में नाचने जितना नाता रहा है और यही वजह थी कि अम्मा जी के चरित्र के बरखिलाफ ‘झलक दिखला जा’ में उन्होंने एक नयी चुनौती की कसौटी पर खुद को परखने का मन बनाया। इस कार्यक्रम को लेकर मेघना का कहना है कि टीवी के कलाकारों के लिए अभिमंच का दायरा बेहद सीमित होता है और चरित्र को गहराई और विभिन्न आयामों के साथ पेश करने की गुंजाइश बहुत अधिक नहीं होती। ऐसे में ‘झलक दिखला जा’ कार्यक्रम में हिस्सा लेकर वह बेहद रोमांचित महसूस कर रही हैं ।
मेघना ने बताया कि इस समय वह एक टीवी और एक फिल्म प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं लेकिन उन्होंने इस संबंध में ब्यौरा देने से यह कहते हुए मना कर दिया कि अभी ये प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं। वह अब तक ‘राधा की बेटियां कुछ कर दिखाएंगी’, ‘हर घर कुछ कहता है’, ‘तुझको है सलाम जिंदगी’ और ‘कागज की कश्ती’ जैसे धारावाहिकों में अपने अभिनय की छाप छोड़ चुकी हैं। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय दिल्ली से अभिनय के गुर सीखने वाली मेघना ने आमिर खान अभिनीत फिल्म ‘तारे जमीं पर’ में मुख्य कलाकार ईशान अवस्थी की गणित अध्यापिका की भूमिका भी अदा की थी। (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 2, 2013, 13:16