Last Updated: Thursday, February 23, 2012, 05:45
ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी मुंबई: भारतीय मूल के दक्षिण अफ्रीकी व्यवसायी से मारपीट करने के आरोपी बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान ने अपनी सफाई में कहा है कि झगड़े को गांधीगीरी के जरिये शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाया जा सकता था, लेकिन उन्हें ऐसा करने का मौका नहीं दिया गया। 41 वर्षीय ने बुधवार रात संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मुझे लगता है कि मैं इस मसले को गांधीगीरी के जरिये सुलझा सकता था। लेकिन उस समय स्थिति बहुत खराब हो गई थी। मैं यह नहीं कह रहा कि मैं पूरी तरह निर्दोष हूं, लेकिन मैं अकेला दोषी नहीं हूं।
उन्होंने इस मामले में मीडिया पर भी एक पक्षीय रिपोर्टिग का आरोप लगाया। सैफ ने कहा कि मीडिया घटना की एक पक्षीय रिपोर्टिग कर रहा है। पहले मुझे मारा गया। उन्होंने हमारे साथ बुरा बर्ताव और गाली-गलौच भी किया। मैंने भी शिकायत दर्ज कराई है और मामला फिलहाल अदालत में है। इसलिए मैं मीडिया से अनुरोध करता हूं कि जब तक अदालत का फैसला नहीं आ जाता वे किसी तरह की पक्षपातपूर्ण रिपोर्ट न दें।
सैफ को ताज महल होटल में भारतीय मूल के व्यवसायी इकबाल शर्मा से मारपीट के आरोप में बुधवार शाम को शकील लदाक और बिलाल अमरोही के साथ गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के बाद हालांकि तीनों को जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
शर्मा का आरोप है कि होटल के एक रेस्त्रां में दोस्तों के साथ बैठे सैफ ने उनके खिलाफ शोर-शराबे की शिकायत किए जाने पर उनकी तथा उनके ससुर की पिटाई कर दी। सैफ के साथ करीना कपूर, अमृता आरोड़ा व उनके व्यवसायी पति शकील तथा मलाइका आरोड़ा खान भी थीं।
सैफ तथा उनके दोस्तों की हालांकि अलग ही कहानी है। सूत्रों के अनुसार, झगड़े की शुरुआत शर्मा तथा उनके मेहमानों की ओर से सैफ के साथ बैठी महिलाओं के बारे में टिप्पणी किए जाने के बाद हुई, जिसमें शकील ने शर्मा के ससुर को पीट दिया
First Published: Friday, February 24, 2012, 09:17