Last Updated: Friday, December 23, 2011, 07:21
ज़ी न्यूज ब्यूरोनई दिल्ली : फरहान अख्तर ने पांच साल के इंतजार के बाद ‘डॉन’ को पूरी तरह से बदल दिया है। ‘डॉन-2’ में शाहरुख खान पहले से ज्यादा खतरनाक है और अब एशिया के ड्रग्स मार्केट का बेताज बादशाह है। डॉन के रास्ते में आने वाली हर अड़चन को मिटाने में कोई हिचक नहीं है।
शाहरुख की पहली 'डॉन' अमिताभ बच्चन स्टारर सुपर हिट डॉन का रीमेक भर थी। इस बार ‘डॉन-2’ की कहानी और अंदाज बिग बी स्टारर फिल्म से पूरी तरह बदला है। डॉन अब विदेशों में सक्रिय है जहां उसका कारोबार मलयेशिया, थाइलैंड, स्विट्जरलैंड और जर्मनी तक फैल चुका है।
फिल्म की कहानी पिछली ‘डॉन-द चेज बिगिंस’ के अंत से ही शुरु होती है। डॉन ने इस बार पुलिस को अपने बुने जाल में ही फंसा लिया है। रोमा (प्रियंका चोपड़ा) अभी भी डॉन को भूली नहीं है। उसका पहला और आखिरी मिशन अपने भाई रमेश की हत्या का बदला लेना है। रोमा अब इंटरपोल के साथ जुड़ चुकी है और अपने हेड मलिक के साथ डॉन को एक बार फिर सबूतों के साथ जेल मे पहुंचाने के लिए दिन-रात एक किए हुए है। डॉन का इरादा अब साफ है कि उसे किसी भी सूरत में अपने मिशन में कामयाबी हासिल करनी है। वहीं, मलिक और रोमा भी अब डॉन का पीछा करते-करते जर्मनी पहुंचते हैं। वर्धन (बोमन इरानी) से डॉन की दुश्मनी जारी है पर दोनों समय पर एक दूसरे का मदद करते हैं।
पूरी फिल्म में शाहरुख छाए हुए हैं। नया अंदाज, संवाद और अदा सबसे ज्यादा खरतनाक इरादे उनको इस किरदार में नयापन देता है। कुछ स्टंट सीन को अच्छी तरह फिल्माया गया है। अगर आप हॉलीवुड में रुची रखते हैं तो डॉन-2 के कुछ अंश ‘मिशन इंपॉसिबल’, ‘ओशियन इलेवन’ और ‘डाई हार्ड’ एक्शन फिल्मों की तरह लगेगा। लारा दत्ता, ओम पुरी, कुणाल कपूर भी अच्छे लगे हैं। सही मायनों में ‘डॉन-2’ से शाहरुख ‘किंग’ इज बैक।
First Published: Friday, December 23, 2011, 13:05