तुलना होना लाजमी है और मैं इसके लिए तैयार हूं: श्रद्धा

तुलना होना लाजमी है और मैं इसके लिए तैयार हूं: श्रद्धा

तुलना होना लाजमी है और मैं इसके लिए तैयार हूं: श्रद्धानई दिल्ली : अभिनेत्री श्रद्धा कपूर अपनी फिल्म `आशिकी 2` की सफलता के जरिए हिंदी फिल्म जगत में अपनी जगह बनाने में कामयाब रही हैं। श्रद्धा को बहुत अच्छे से पता है कि उनकी तुलना उनकी समकालीन अभिनेत्रियों से की जाएगी और वह इसके लिए तैयार भी हैं।

श्रद्धा (24) सिनेमा में काम करते हुए चूहा दौड़ में शामिल होने की बजाय अपने काम पर पूरा ध्यान देना चाहती हैं और आगे खुद को निखारना चाहती हैं।

उन्होंने कहा, "मेरे चाहने न चाहने से कुछ नहीं होता, यहां तुलना तो होती ही है। मुझे लगता है कि सबसे अच्छा तरीका है इसे स्वीकार लेना और अपने काम पर पूरा ध्यान लगाना। मैं यहां अपने आपको एक अभिनेत्री के तौर पर निखारना चाहती हूं, क्योंकि अभिनेत्री बनना बचपन से मेरा सपना रहा है, जिसे मैं यहां जी पा रही हूं। मैं चाहती हूं कि एक दिन मैं पीछे मुड़कर देखूं तो कहूं कि हां मैंने अपना सपना पूरा कर दिखाया।"

श्रद्धा ने अपनी पहली फिल्म में सौम्य, सुशील स्वभाव वाली गायिका आरोही का किरदार निभाकर हर किसी के दिल में जगह बनाई, लेकिन अब वह हर तरह के किरदार के साथ प्रयोग करना चाहती हैं।

उन्होंने कहा, "मैं हर तरह के किरदार निभाना चाहती हूं। मैं चाहती हूं कि खुद को हर चरित्र में ढाल सकूं। ऐसा नहीं है कि मैं कुछ खास तरह की भूमिकाएं ही करना चाहती हूं।"

श्रद्धा, अभिनेत्री श्रीदेवी और उनके अभिनय की बहुत बड़ी प्रशंसक हैं, लेकिन अपने अभिनय में वह उनकी नकल नहीं करना चाहतीं।

अभिनेता शक्ति कपूर और शिवांगी कोल्हापुरे की बेटी श्रद्धा कपूर को अपनी परवरिश पर नाज है। वह खुश हैं कि उनके माता-पिता ने उनके फैसलों में हमेशा उनका सहयोग दिया। (एजेंसी)

First Published: Sunday, September 29, 2013, 17:52

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