पैसा नहीं, मामला आत्मसम्मान का है: मनोज कुमार

पैसा नहीं, मामला आत्मसम्मान का है: मनोज कुमार

पैसा नहीं, मामला आत्मसम्मान का है: मनोज कुमारनई दिल्ली : फिल्म ‘ओम शांति ओम’ में अपनी भद्दी नकल से आहत गुजरे जमाने के शानदार अभिनेता मनोज कुमार ने कहा है कि शाहरूख खान अभिनीत इस फिल्म के खिलाफ मामला उन्होंने पैसों के लिये नहीं दायर किया है बल्कि यह प्रतिष्ठा और आत्मसम्मान से जुडा हुआ है।

उपकार, क्रांति जैसी देशभक्ति फिल्मों में शानदार अभिनय करने वाले मनोज कुमार ने कहा, ‘‘जब कोई गलत तरीके से आपको निशाना बनाता हो तब आपके पास इसका जवाब देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता। हालांकि मेरे मन में किसी के बारे में कोई दुर्भावना नहीं है, लेकिन फिल्म में जिस ढंग से मुझे पेश किया गया, वह न केवल भद्दा मजाक है बल्कि चरित्र हनन भी है। ’’ यह पूछे जाने पर कि क्या आपने 100 करोड़ रूपये का दावा ठोंका है,

वरिष्ठ अभिनेता ने कहा, ‘‘मैंने अभी तक राशि तय नहीं की है। यह सवाल पैसे से नहीं जुड़ा है बल्कि प्रतिष्ठा और आत्मसम्मान से जुड़ा है। मैं पिछले 56 वर्षों से फिल्मी दुनिया में हूं और मैंने केवल 37-38 फिल्में की है। जबकि मेरे समकालीन अभिनेताओं ने इस अवधि में 250-300 फिल्में कीं।’’ मनोज कुमार ने कहा कि देश के नागरिक के तौर पर मैंने अपनी मातृभूमि की सेवा का भरसक प्रयास किया है, अर्थपूर्ण, मनोरंजक फिल्में दी। पैसा इसमें कभी भी कोई मापदंड नहीं रहा।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने इस मामले को आगे इसलिए बढ़ाया क्योंकि मैं चाहता हूं कि आज की युवा पीढ़ी अपने बुजुर्गो का सम्मान करना सीखे।’’ गौरतलब है कि मनोज कुमार ने करीब छह साल पहले बनी फिल्म ‘ओम शांति ओम’ के दृश्य पर आपत्ति उठायी थी जिसमें कथित तौर पर उनका मजाक बनाया गया था। मनोज ने इस संबंध में कुछ दिन पहले अदालत में मामला दर्ज कराया है जो अभिनेता शाहरूख खान, निर्देशक फराह खान और निर्माता पर है।

मनोज कुमार ने कहा, ‘‘जहां तक मेरा प्रश्न है, वह मेरे काम पर निर्भर करता है। मेरा काम बोलेगा कि यह अच्छा है, या बुरा।’’ मामले के अदालत से बाहर सुलझने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पिछली बार अदालत से बाहर मामले को सुलझाने का प्रयास हुआ था। इस बार भी उन्हें एक महीने का समय दिया गया ताकि इसे सौहाद्र्रपूर्ण ढंग से सुलझा लिया जाए। लेकिन उनकी ओर से किसी ने कोई सम्पर्क नहीं किया। उन्होंने कहा कि पिछली बार उन्होंने (शाहरूख, फराह) अदालत को आश्वस्त किया था कि फिल्म से आपत्तिजनक समग्री को हटा लिया जायेगा लेकिन ऐसा नहीं किया गया।

अभिनेता ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि वे देश के कानून और संविधान को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। ऐसे लोग जो कानून और संविधान का पालन नहीं करते हैं, उन्हें देश के नागरिक होने का अधिकार नहीं है। मनोज कुमार ने कहा, ‘‘अब मामला अदालत और बचाव पक्ष (शाहरूख, फराह और निर्माता) के बीच है। आप मेरे स्थान पर आपने आप को रखकर देखें तब आपको मेरी पीड़ा का पता चलेगा।’’ (एजेंसी)

First Published: Sunday, April 7, 2013, 15:14

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