Last Updated: Wednesday, July 25, 2012, 00:39

ज़ी न्यूज ब्यूरो
मुंबई : बॉलीवुड के दबंग अभिनेता सलमान खान की यशराज बैनर के साथ पहली फिल्म `एक था टाइगर` एक बार फिर विवाद में घिर गई है। ताजा विवाद यह है कि दिवंगत रविंद्र कौशिक (वास्तविक जीवन में जासूस रहे) के भतीजे विक्रम वशिष्ठ ने इस फिल्म की निर्माता प्रोडक्शन कंपनी को स्पेशल स्क्रीनिंग के लिए कानूनी नोटिस भेजा है। उन्होंने इस नोटिस के जरिये फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग आयोजित किए जाने की मांग की है।
इस कानूनी नोटिस की कॉपी को सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन और फिल्म एंड टीवी प्रोड्यूसर्स गिल्ड और फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया को भी भेजा गया है। एक अग्रणी दैनिक से बातचीत में विक्रम वशिष्ठ ने कहा कि रविंद्र कौशिक रिश्ते में मेरे चाचा थे और रिसर्च एनेलिसिस विंग (रॉ) से जुड़े थे। उनका जन्म श्रीगंगानगर में हुआ और वहीं से स्नातक किया। उन्होंने लखनऊ में राष्ट्र स्तरीय ड्रामेटिक मीट में अपने हुनर का प्रदर्शन किया और खुफिया विभाग रॉ के कुछ अधिकारियों ने भी इस प्रदर्शन को देखा था। बाद में उन्हें संपर्क किया गया और पाकिस्तान में खुफिया क्षेत्र में काम करने का ऑफर किया गया। बाद में उन्हें इसी उद्देश्य के लिए पाकिस्तान भेज दिया गया।
कौशिक के पाकिस्तान में अनुभवों से मिलते-जुलते कथानक का इस प्रयोग इस फिल्म में किया गया है, जैसा कि इस फिल्म के प्रोमो में दिखता भी है। जिसके चलते उनके परिवार ने अब कानूनी मदद के जरिये इस फिल्म के रिलीज से पहले इसकी वास्तविक कॉपी या पूरी फिल्म देखने की मांग की है।
वशिष्ठ ने वकील माधव मित्रा ने कहा है कि प्रथम दृष्टया इस फिल्म के प्रोमो से यह साफ होता है कि आईएसआई (पाक खुफिया एजेंसी) और रॉ के बीच निरंतर युद्ध सरीखे मसलों का चित्रण है। इस प्रोमो से यह खुलासा होता है कि `टाइगर` नाम का एजेंट पाकिस्तान में काम करता है और उसका एक पाकिस्तानी लड़की से प्रेम प्रसंग है। वह अपने देश के लिए लड़ने के साथ साथ अपने प्यार के लिए भी संघर्ष करता है। इसलिए इस परिवार को इस फिल्म की रिलीज से पहले इस बात का पूरा अधिकार है कि उन्हें इसे पूरा दिखाया जाए।
First Published: Wednesday, July 25, 2012, 00:39