Last Updated: Monday, November 26, 2012, 16:31

मुम्बई : मशहूर दिवंगत गायक मोहम्मद रफी की तारीफ करते हुए महानायक अमिताभ बच्चन ने कहा कि यह बेहद अद्भुत बात है कि रफी साब ने बिना किसी तकनीकी मदद के इतना सुरीला गाना गाया। अमिताभ ने यह बात रफी की बहू यासमिन रफी द्वारा लिखी किताब `मोहम्मद रफी माइ अब्बा- ए मेमोयर` के अनावरण के दौरान रविवार को कहा।
अमिताभ ने कहा, जब ऐसे महान काम को देखते हैं जो वह छोड़ गए हैं, हम हैरान रह जाते हैं क्योंकि रफी साब ने इन गानों को तब पेश किया था जब तकनीक का सहयोग नहीं मिलता था। 70 वर्षीय अमिताभ ने कहा, आज के संगीत निर्देशकों, तकनीकनीशियनों और गायकों के पास तकनीक उपलब्ध है, आप जरा सा बेसुरा गाते हैं कि तकनीक आपको सुर में ला देती है।
अमिताभ ने रफी की बहुमुखी प्रतिभा पर भी बात की। उनके मुताबिक उनमें अभिनेताओं के मुताबिक अपनी आवाज बदलने की कला थी। उन्होंने कहा, किसी अभिनेता के लिए गाने से पहले वह पूछा करते थे कि वह किस के लिए गा रहे हैं? तब वह अपनी आवाज बदलते और कुछ और करते। चाहे वह शम्मीजी के लिए गा रहे हों या दिलीप कुमार के लिए, आप उन्हें महसूस करते थे कि दिलीप या शम्मी गा रहे हैं। यह ऐसा गुण है जो कुछ पाश्र्व गायकों में देखने को मिलता है।
रफी `चौदवीं का चांद`, `तेरी आखों के सिवा` और `तुम जो मिल गए हो` जैसे कई बेहतरीन गाने के लिए जाने जाते हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 26, 2012, 16:31