Last Updated: Thursday, January 24, 2013, 18:25

मुम्बई: कमल हासन की फिल्म `विश्वरूपम` पर प्रतिबंध लगाने के तमिलनाडु सरकार के फैसले से फिल्म इंडस्ट्री के लोग खासे नाराज हैं। कुछ मुस्लिम संगठनों की आपत्ति के बाद राज्य सरकार ने फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस फिल्म को तमिलनाडु में शुक्रवार को रिलीज होना था लेकिन अब यह तारीख 15 दिन आगे बढ़ा दी गई है। कुछ मुस्लिम संगठनों के प्रतिनिधियों ने गृह सचिव से मिलकर आपत्ति की है कि फिल्म में मुस्लिम समुदाय को गलत रुप में दिखाया गया है
सरकार के इस फैसले के बाद फिल्म निर्माता, निर्देशकों और कलाकारों ने ट्विटर पर नाराजगी जाहिर की है और सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन के औचित्य पर सवालिया निशान लगाया है।
प्रकाश राज ने कहा है कि `विश्वरुपम` पर प्रतिबंध ठीक नहीं है। सांस्कृतिक आतंकवाद बंद होना चाहिए। हमें अभिव्यक्ति के अधिकार के लिए लड़ना चाहिए। कमल सर हम आपके साथ हैं।
अनुभव सिन्हा के मुताबिक तमिलनाडु सरकार ये क्या कह रही है कि वो सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन को नहीं मानती? या फिर वो कानून व्यवस्था से नहीं निबट सकती? या वो आपत्तियों से इत्तफाक रखती है?
सिद्धार्थ ने इस मसले पर कहा है कि विश्वरुपम` पर प्रतिबंध प्रतिगामी है, हम वापस अंधेरे युग में चले गए हैं,, तमिल सिनेमा पर तमिलनाडु सरकार का कुठाराघात, हम बदलाव कैसे करें?
मधुर भंडारकर के मुताबिक मैं विश्वरुपम` पर प्रतिबंध लगाने के तमिलनाडु सरकार के फैसले से अचंभित हूं, सेंसर बोर्ड से पास होने के बाद प्रतिबंध लगाना ठीक नहीं है।
मनोज बाजपेयी का कहना है कि राज्य सरकार का फैसला निराशाजनक है इससे सेंसर बोर्ड के महत्व पर सवालिया निशान लगता है।
`विश्वरुपम` का तमिल और तेलुगू संस्करण इस शुक्रवार को रिलीज होना है जबकि हिंदी संस्करण एक फरवरी को रिलीज होगा। (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 24, 2013, 18:25