Last Updated: Friday, April 6, 2012, 03:27
इंदौर : बॉलीवुड में गुजरे दौर की हिट फिल्मों की लोकप्रियता को किसी तरह भुनाने का शगल भले ही जोर पकड़ रहा हो लेकिन मशहूर गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर हिन्दी सिनेमा के ब्लॉकबस्टर शाहकार ‘शोले’ का रीमेक बनाये जाने के पक्ष में कतई नहीं हैं।
फिल्म ‘शोले’ (1975) की पटकथा लिखने वाली जोड़ी ‘सलीम-जावेद’ में शामिल कलमकार ने एक कार्यक्रम के दौरान श्रोताओं से बातचीत के दौरान कहा, ‘मैं फिल्मों का रीमेक बनाये जाने के खिलाफ नहीं हूं। लेकिन मैं नयी पीढ़ी को यह सुझाव नहीं दूंगा कि वह शोले का रीमेक बनाये। यह अपने वक्त की सबसे मशहूर फिल्म है और इसकी प्रसिद्धि आज भी कम नहीं हुई है।’ उन्होंने पूछा, ‘क्या कोई गांधी और गॉडफादर जैसी फिल्में दोबारा बना सकता है।’
अख्तर ने सुझाया कि रीमेक के लिये उन फिल्मों का चुनाव किया जाना चाहिये, जो तकनीकी और आर्थिक दिक्कतों के कारण अधूरी ही रह गयीं, जबकि उनकी कहानियां मौजूदा दौर में उतनी ही प्रासंगिक बनी हुई हैं। बॉलीवुड महानायक अमिताभ बच्चन की मुख्य भूमिका वाली मशहूर हिन्दी फिल्म ‘जंजीर’ :1973: के प्रस्तावित रीमेक के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस बॉलीवुड शाहकार का रीमेक बनाने के अधिकार फिलहाल किसी को नहीं दिये गये हैं।
‘जंजीर’ की पटकथा भी सलीम.जावेद ने ही लिखी है। सलीम के बेटे और बॉलीवुड स्टार सलमान खान ने हाल ही में कहा है कि वह 70 के दशक की इस हिट एक्शन फिल्म का रीमेक बनाये जाने के पक्ष में हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 6, 2012, 08:57