Last Updated: Friday, January 27, 2012, 08:08
कानपुर: सजा पूरी करने के बाद, गरीबी या अन्य कारणों से जुर्माना न दे पाने की वजह से जेल से छूट न पाए करीब चार सौ कैदियों की मदद के लिए अभिनेता सलमान खान आगे आए हैं। उनकी स्वयं सेवी संस्था ‘बीइंग ह्यूमन’ ने जेल अधिकारियों को पत्र लिख कर कैदियों का जुर्माना भरने की पेशकश की है ताकि ये कैदी जेल से आजाद हो सकें।
जेल विभाग के अधिकारियों ने सलमान खान की स्वयं सेवी संस्था के प्रस्ताव को विचार के लिए विधि विभाग के पास भेजा है। अगर विधि विभाग इसकी अनुमति दे देता है तो शासन से इस बारे में अनापत्ति पत्र मांगा जायेगा। इस पत्र के मिलने पर, सलमान की संस्था को सूचित किया जाएगा। वहां से करीब 40 लाख रूपये की धनराशि जमा कराए जाने के बाद उन करीब 400 कैदियों को रिहा कर दिया जाएगा जो जुर्माना न अदा कर पाने के कारण जेल में बंद हैं।
उत्तर प्रदेश के आई जी विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि प्रदेश की 63 जेलों में इस समय करीब 400 ऐसे कैदी बंद हैं जो अपनी सजा काट चुके हैं लेकिन गरीबी या किसी अन्य कारण से अपना जुर्माना नहीं भर पाने की वजह से वह अब तक जेल से रिहा नहीं हो पाए हैं।किसी आपराधिक मामले में जब किसी कैदी को सजा होती है तो अक्सर सजा के साथ उस पर जुर्माना भी लगाया जाता है। जुर्माना अदा न करने पर उसे अतिरिक्त सजा काटनी पड़ती है।
इस समय प्रदेश की सभी 63 जेलों में करीब 400 ऐसे कैदी हैं जो जुर्माना न अदा कर पाने के कारण सजा काट रहे हैं। यह संख्या घटती बढ़ती रहती है। गुप्ता ने बताया कि संगीन अपराध वाले कुछ कैदियों का जुर्माना तो एक लाख से दो लाख रूपये तक का है जबकि कुछ का जुर्माना पांच या दस हजार से पचास हजार रूपया भी है। यह जुर्माना अलग अलग अपराध की श्रेणी के अनुसार होता है ।
आईजी ने बताया कि एक माह पहले सलमान खान की स्वयं सेवी संस्था बीइंग ह्यूमन के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के जेल विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर इन कैदियों का जुर्माना जमा करने का प्रस्ताव रखा था। यह प्रस्ताव उत्तर प्रदेश के विधि विभाग को यह जांच करने के लिए भेजा गया है कि ऐसा करने से कहीं कानून का उल्लंघन तो नहीं होगा। वहां से अनापत्ति पत्र मिलने पर उत्तर प्रदेश शासन से अनुमति मांगी जाएगी जिसके मिलते ही सलमान की संस्था से धनराशि जमा करने को कहा जाएगा। फिर जुर्माना न अदा कर पाने वाले कैदियों की रिहाई संभव हो पायेगी।
आईजी गुप्ता ने कहा कि उन्होंने प्रदेश की सभी 63 जेलों से ऐसे कैदियों की सूची मंगवा ली है जो जुर्माना न अदा कर पाने के कारण जेल में बंद है। ऐसे कैदियों की संख्या करीब 400 है जिनकी जुर्माना धनराशि करीब 40 लाख रूपये बनती है।
कानपुर जेल के जेल सुपरिटेंडेंट आर एन पांडे ने बताया कि अकेले कानपुर में करीब 15 कैदी ऐसे हैं जो जुर्माना न अदा कर पाने के कारण अतिरिक्त सजा काट रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब कानपुर जेल में जुर्माना न अदा कर पाने के कारण बंद कैदियों को यह बात मालूम हुई तो वह यह सोच कर खुश हो गए कि कोई उनकी सुध तो ले रहा है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, January 27, 2012, 13:39