Last Updated: Sunday, August 7, 2011, 08:08

अगली बार जब आप अपना जाम उठा रहे होंगे तो आपको पता चल सकेगा कि शराब में क्या है और ये किस-किस चीज से बना है? सूत्रों की मानें तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय बहुत जल्द ही शराब को खाद्य श्रेणी में शामिल करने जा रहा है.
अगर ऐसा होता है तो शराब कंपनियों को शराब में मिलाए जाने वाले तत्वों के बारे में ग्राहक को पूरी जानकारी देनी होगी, जो अभी आवश्यक नही है. हर बोतल के साथ जानकारी होगी कि वह किन चीजों से मिल कर बनी है.
इस श्रेणी में आने के बाद इन उत्पादों के लिए दिशा-निर्देश लागू किये जाऐंगे. इसके तहत शराब बनाने से लेकर इसमें मिलाए जाने वाले रंग तक सभी चरणों में गुणवत्ता का विशेष ख्याल रखना पड़ेगा. भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के सीईओ वीएन गौड़ के अनुसार, “शराब भी मानव स्वास्थ्य प्रभावित करने वाला एक उत्पाद है. इसी कारण अब शराब को भी खाद्य श्रेणी में रखने का फैसला किया गया है”.
इन मानकों की अनदेखी करने वाली कंपनियों के खिलाफ एफएसएसएआई कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार भी रखेगा. यह कानून सभी तरह के ब्रांड और शराब बनाने वाले कंपनियों पर भी लागू होगा, जिसमें देशी शराब भी शामिल होगा. कानून लागू होने के बाद सभी कंपनियों को अपने उत्पादों की बोतलों में मिलाए गए सभी तत्वों की जानकारी प्रमुखता से छापनी होगी.
मौजूदा समय में कोई भी शराब कंपनी यह नहीं बताती कि आखिर कोई विशेष ब्रांड की शराब कौन से खाद्य उत्पाद से बनी हुई है. कंपनियां, ग्राहकों को यह भी नहीं बताती कि खाद्य उत्पादों के अलावा आखिर शराब में और कौन-कैन से रसायन मिलाए गए हैं.
उधर खुद कई बड़ी शराब कंपनियों ने भी इस नए कानून को लागू कराने में सहमति जताई है. कुछ औपचारिकताओं के पूरे होने के बाद जल्द ही इसे पूरे देश में लागू कर दिया जाएगा.
एफएसएसएआई के अधिकारी समय-समय पर देश के विभिन्न राज्यों में बिकने वाली शराब के सैंपल अपने लैब में जांचेंगे. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इन नए कानून को लागू करने की सभी तैयारियां पूरी हो गई है.
First Published: Sunday, August 7, 2011, 17:39