Last Updated: Friday, October 14, 2011, 07:46
लंदन : आधुनिक संचार का सहारा बन चुके मोबाइल फोन आपकी जिंदगी को जितना भी आसान बनाता हो लेकिन इसके असर को खारिज नहीं किया जा सकता। मोबाइल फोन आपके जीवन का अभिन्न हिस्सा भी बन गया हो, लेकिन ब्रिटिश वैज्ञानिकों के मुताबिक ये नन्हें से संचार उपकरण कीटाणुओं को विकसित होने के लिए अनुकूल माहौल प्रदान कर सकते हैं।
‘लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन’ के एक दल ने परीक्षण में पाया है कि 92 प्रतिशत मोबाइल फोन ई।कोलाई और एमआरएसए जैसे जीवाणुओं से दूषित हैं। कुछ में तो करीब 1,000 तरह के सूक्ष्म जीवाणु तक पाए जा सकते हैं।
दैनिक अखबार डेली मेल की खबर के मुताबिक, वैज्ञानिकों को जो बैक्टीरिया मिले उनमें से अधिकतर हानिकारक नहीं थे। हर छह में से एक फोन में ई।कोलाई पाया गया। इस साल गर्मियों में यूरोप में ई।कोलाई की वजह से भोजन विषाक्तता के दर्जनों मामले सामने आए थे।
अनुसंधानकर्ताओं ने शोध के लिए 12 शहरों से 390 लोगों से मोबाइलों का संग्रह किया। अनुसंधान के दौरान इसमें से एक तिहाई फोन में नाक, मुंह और त्वचा पर पाए जाने वाले स्टैफाइलोकॉकस औरियस बैक्टीरिया को पाया गया। यह बैक्टीरिया सुपरबग एमआरएसए के तौर उत्परिवर्तित हो सकता है।
शोध दल के प्रमुख डॉ। वाल कर्टिस ने कहा,‘इस अध्ययन से पता चलता है कि अब भी कुछ लोग ठीक से हाथ नहीं धोते हैं, विशेषकर बाथरूम से आने के बाद।’ अनुसंधान में पाया गया कि जिनके हाथ में बैक्टीरिया पाए जाते हैं, उनके फोन में बैक्टीरिया पाए जाने की आशंका तीन गुना अधिक होती है। (
एजेंसी)
First Published: Saturday, October 15, 2011, 12:08