Last Updated: Monday, September 26, 2011, 08:38
लंदन : कैंसर के खिलाफ जंग में वैज्ञानिकों के हाथ एक और कामयाबी लगी है. यूरोप के वैज्ञानिकों ने इस बीमारी के इलाज में कारगर एक ऐसी दवा खोज बनाई है, जो बिना किसी साइडइफेक्ट के न केवल कैंसर कोशिकाओं का खात्मा करेगी, बल्कि मरीज के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाएगी। एक स्थानीय समाचार पत्र के अनुसार, नई दवा एक स्टेल्थ बॉम्बर की तरह काम करेगी, जो कैंसर के जीवाणुओं की नजरों से छिपकर शरीर के अंदर क्षतिग्रस्त कोशिकाओं का निर्माण करती जाएगी। इस प्रक्रिया में स्वस्थ कोशिकाओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। विशेषज्ञों की मानें तो नई दवा एक खास किस्म के प्रोटीन से लैस है, जो कैंसर कोशिकाओं को चुन-चुनकर मारता है। यह प्रोटीन केवल कैंसर ग्रस्त कोशिकाओं पर ही वार करता है। स्वस्थ कोशिकाएं इसके प्रभाव से अछूती ही रहती हैं। जबकि कैंसर के पारंपरिक इलाज कीमोथेरोपी ऐसा नहीं होता। उन्होंने बताया कि स्तन कैंसर से पीडि़त मरीजों पर परीक्षण के दौरान इस दवा के सकारात्मक परिणाम निकले हैं। उम्मीद है कि अगले दो साल में यह दवा सभी प्रकार के कैंसर के खिलाफ प्रभावी साबित होगी।
लंदन स्थित एक प्रसिद्ध अस्पताल के प्रोफेसर व डाक्टर पॉल एलिस ने कहा कि यह एक जादुई दवा है। हम पिछले बीस साल से कोई एक ऐसी चीज खोज रहे थे, जो बिना किसी साइडइफेक्ट के कैंसर से बचाव करने में सक्षम हो। आखिरकार हमें इस दिशा में कामयाबी मिल ही गई। यह नई दवा इंजेक्शन के जरिए पीडि़त मरीजों को दी जाएगी।
First Published: Monday, September 26, 2011, 14:08