खर्राटे भरना मतलब कैंसर का जोखिम - Zee News हिंदी

खर्राटे भरना मतलब कैंसर का जोखिम

लंदन  : एक नये अध्ययन से पता लगा है कि जो लोग खर्राटे भरते हैं अथवा शांत नींद नहीं ले पाते उनमें कैंसर का जोखिम अधिक होता है ।

 

अमेरिका के विसकोंसिन विश्वविद्यालय के एक दल ने अपने अनुसंधान में खर्राटे भरने जैसी अच्छी नींद नहीं आने की समस्याओं और कैंसर के जोखिम के बीच मजबूत संबंध पाया । उन्होंने पाया कि खर्राटे और सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्या वाले लोगों के कैंसर से मरने का जोखिम ऐसी समस्या से मुक्त लोगों की तुलना में लगभग पांच गुना अधिक होता है ।

 

दैनिक टेलीग्राफ के अनुसार वैज्ञानिकों ने अध्ययन के लिये नींद की समस्या वाले 1522 लोगों के 22 साल के डेटा का अध्ययन किया । उन्होंने पाया कि जिन लोगों में नींद की हल्की समस्या थी उनमें अच्छी नींद लेने वालों की तुलना में कैंसर का खतरा केवल 0.1 गुना था जिनमें उससे अधिक समस्या थी उन्हें यह जोखिम दो गुना और जिन्हें काफी समस्या थी उनमें यह जोखिम 4.8 गुना अधिक थी । नतीजे सान फ्रांसिस्को में अमेरिकन थोरासिस सोसायटी इंटरनेशनल कांफ्रेस में प्रस्तुत किये गये ।  (एजेंसी)

First Published: Tuesday, May 22, 2012, 08:37

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