Last Updated: Friday, February 1, 2013, 15:44

लंदन : वैज्ञानिकों ने अनुवांशिकी में बदलाव कर एक ऐसा हरपीज वायरस तैयार किया है जो स्तन कैंसर और अंडाशय के कैंसर का प्रसार रोक सकता है। इतालवी वैज्ञानिकों को लगता है कि यह वायरस कैंसर का नया इलाज विकसित करने में मददगार हो सकता है। इस वायरस की अनुवांशिकी इस तरह परिवर्तित की गई है कि इसका मनुष्य पर दीर्घकालिक नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता।
डेली मेल की खबर में कहा गया है कि ‘ओंकेलाइटिक’ हरपीज सिम्प्लेक्स वायरस :एचएसवी: उन ट्यूमरों पर बहुत तेजी से हमला करता है जिनमें अत्यधिक सक्रिय ‘हर-2’ जीन पाया जाता है। अनुसंधानकर्ताओं ने प्रयोग के दौरान चूहों में मानव के स्तन और अंडाशय के कैंसर वाले ट्यूमर विकसित कराए। फिर उन्होंने परिवर्तित अनुवांशिकी वाला हरपीज वायरस उनके शरीर में इंजेक्शन के जरिये प्रविष्ट कराया। उन्होंने पाया कि वायरस ने कैंसर कोशिकाओं का प्रसार रोक दिया था। अध्ययन के नतीजे ‘पब्लिक लायब्रेरी ऑफ साइंस पैथोजेन्स’ जर्नल में प्रकाशित हुए हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, February 1, 2013, 15:44