Last Updated: Tuesday, March 13, 2012, 10:30
मेलबर्न : एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि गर्भ निरोधक गोलियों से महिलाओं को स्तन और गर्भाशय का कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है।
ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, एएनयू की हाल ही में जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि इंजेक्शन के जरिये दिए जाने वाली दवा और गर्भ निरोधक गोलियों का जोहान्सबर्ग स्थित नेशनल हेल्थ लेबोरेटरी सर्विस, एनएचएलएस के मार्गरेट अर्बन तथा एएनयू के ऐमिली बैंक्स के नेतृत्व में विशेषज्ञों के एक दल ने अध्ययन किया।
बैंक्स के अनुसार, अध्ययन पूर्व के निष्कर्ष पर आधारित है कि गर्भनिरोधक गोलियां लेने वाली महिलाओं को कैंसर का अस्थायी खतरा होता है। उन्होंने कहा ‘हमने पहली बार यह भी बताया है कि इंजेक्शन के जरिये लिए जाने वाले, हार्मोन आधारित गर्भ निरोधक भी उसी तरह कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं जैसा खतरा गर्भ निरोधक गोलियों से होता है। बहरहाल, समय के साथ यह खतरा स्वत: समाप्त भी हो जाता है।’
अध्ययन के अनुसार, कभी गर्भनिरोधक न लेने वाली महिलाओं की तुलना में, इंजेक्शन या गर्भ निरोधक गोलियां लेने वाली महिलाओं को स्तन कैंसर का खतरा होने की आशंका 1.7 गुना अधिक और गर्भाशय कैंसर होने की आशंका 1.4 गुना अधिक होती है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 13, 2012, 16:00