Last Updated: Tuesday, April 3, 2012, 05:12
लंदन : डायटिंग के दौरान गर्भधारण करने वाली महिलाओं के बच्चों में मोटापा और टाइप-2 मधुमेह होने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं।
ब्रिटेन में मैनचेस्टर विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि हालांकि उन्होंने यह शोध भेड़ों पर किया है लेकिन यह मनुष्यों के लिए भी सही हो सकता है। शोधकर्ता डॉक्टर एनी व्हाइट का कहना है कि शोध से यह बात सामने आयी है कि कैसे हमारा व्यवहार आने वाली पीढ़ी में मोटापे और मधुमेह पर असर डाल सकता है।
डॉक्टरों ने बताया, ‘इस शोध से जुड़वा बच्चों में होने वाली मधुमेह की समस्या के लिए नयी समझ विकसित हो सकती है । इसके परिणाम यह भी बताते हैं कि डायटिंग की अवस्था में गर्भधारण करने पर उससे पैदा होने वाला बच्चा बाद में मोटापे का शिकार हो सकता है।’ टीम ने इसके लिए भेड़ को गर्भधारण के वक्त कम भोजन दिया था। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 3, 2012, 10:45