Last Updated: Monday, February 11, 2013, 14:33

वेलिंगटन : एक नए अध्ययन में पता चला है कि गर्भावस्था के दौरान ज्यादा भोजन करने के बजाए पौष्टिक भोजन करना जच्चा-बच्चा, दोनों के लिए वजन संतुलन में सहायक होता है।
न्यूजीलैंड में युनिवर्सिटी ऑफ ऑकलैंड की प्रसूति एवं स्त्री रोग की प्रोफेसर, लेजली मैकॉन कहती हैं, "बड़े शिशु बड़े बच्चे बनते हैं और बाद में बड़े वयस्क। यदि हम इस पर रोक लगा सकें तो जन स्वास्थ्य पर इसका एक बड़ा असर हो सकता है।"
मैकॉन की अध्यक्षता में किए गए अध्ययन से इस बात का पता चला कि पहली बार गर्भधारण करने वाली महिलाओं में से 74 प्रतिशत महिलाएं अतिरिक्त वजन का शिकार होती हैं।
ऑकलैंड युनिवर्सिटी के एक बयान के अनुसार मैकॉन ने कहा, "अधिक वजन वाले शिशुओं के जन्म में कई तरह की परेशानियां पेश आती हैं और मां के स्वास्थ्य और जान पर खतरा बढ़ जाता है।"
मैकॉन ने कहा कि यदि गर्भावस्था के दौरान खान-पान में सावधानी बरती जाए तो भविष्य में मोटापे का खतरा कम हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान अतिरिक्त वजन बढ़ाने वाली महिलाएं बाद में वजन कम करने में असफल होती हैं और इससे महिलाओं में मोटापा बढ़ता है।
शोध के परिणाम से पता चलता है कि सामान्य वजन का ध्यान रखना मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 11, 2013, 14:33