गैस की समस्या से यूं पाएं निजात - Zee News हिंदी

गैस की समस्या से यूं पाएं निजात

दिल्ली : व्यस्तता भरी जिन्दगी में खाने के लिए समय न निकाल पाने, जो भी मिले उसे खाने और शरीर की जरूरत के अनुसार पानी न पीने की वजह से देश के करीब 40 फीसदी युवा गैस की समस्या के शिकार हैं और इसके दूरगामी दुष्प्रभाव अनियमित पाचन तंत्र के रूप में सामने आ सकते हैं।

 

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में आहार विशेषज्ञ अनुजा अग्रवाल ने कहा, ‘प्रतिस्पर्धा के इस दौर में काम के लिए भागदौड़ इतनी अधिक होती है कि लोगों की पूरी दिनचर्या इससे लड़खड़ा जाती है। कई बार खाने के लिए समय नहीं मिल पाता। जब समय मिलता है तो खाने के लिए स्वास्थ्यकर भोजन उपलब्ध नहीं होता और लोग तली भुनी चीजें खा कर पेट भर लेते हैं। काम के कारण पानी पीने का भी ध्यान नहीं रहता। इस लापरवाही का नतीजा गैस की समस्या के रूप में सामने आता है।’ फोर्टिस अस्पताल में सीनियर कन्स्लटेन्ट गैस्ट्रोइन्टेरोलॉजिस्ट डा मोनिका जैन ने कहा, ‘देश के करीब 40 फीसदी युवा गैस की समस्या के शिकार हैं। गैस की समस्या के कई लक्षण होते हैं। सीने में जलन, सूजन, डकार, खाने के तुरंत बाद पेट भरा होने का अहसास, जी मिचलाना, पेट में मरोड़, अपच और अतिसार आदि। ये सभी लक्षण किसी एक बीमारी से संबंधित नहीं हैं बल्कि अलग अलग समस्याओं जैसे अल्सर, डिस्पेप्सिया, गैस्ट्रो ईसोफेजियल रिफ्लक्स डिजीज  या इरीटेबल बाउल सिन्ड्रोम का संकेत देते हैं।’

 

प्राकृतिक चिकित्सक डा के सी गर्ग के अनुसार, डिस्पेप्सिया में पेट के उपरी भाग में जलन होती है और जी मिचलाता है। कई बार इसका संबंध दिल में जलन से भी होता है। जीईआरडी में पेट में दर्द, सीने में जलन होती है और लगता है कि खाना मुंह की ओर आ रहा है। कभी निगलने में भी तकलीफ होती है। आईबीएस में रह रह कर पेट में मरोड़ होती है और अपच या अतिसार की शिकायत भी हो जाती है। डॉ जैन ने कहा कि अक्सर गैस की समस्या पर लोग ध्यान नहीं देते लेकिन लंबे समय तक यह समस्या बनी रहने पर पाचन तंत्र पूरी तरह लड़खड़ा जाता है और उसे दुरूस्त करना फिर संभव नहीं होता। इसीलिए समय पर खाना खाना, सेहत के लिए उपयोगी खाना, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना और पूरी नींद लेना बहुत जरूरी है। डा गर्ग ने कहा कि नियमित व्यायाम से भी गैस की समस्या दूर हो सकती है। खाना खाने के तत्काल बाद सोना नहीं चाहिए बल्कि कुछ देर टहलना चाहिए। तली भुनी खाद्य सामग्री से बचना चाहिए। दर्दनाशक दवाओं का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए।

 

अनुजा अग्रवाल के अनुसार, पानी कई समस्याओं का हल कर सकता है। इसलिए गैस की समस्या से बचने के लिए पानी पीने पर विशेष ध्यान देना चाहिए। कोशिश की जानी चाहिए कि खाना समय पर खाया जाए। खाने का समय गुजरने के बाद खाना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। (एजेंसी)

First Published: Saturday, January 7, 2012, 18:57

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