Last Updated: Tuesday, January 3, 2012, 09:54
लंदन : ज्यादातर लोग इस बात की अनदेखी करते हैं कि वे प्रतिदिन जो भोजन लेते हैं, उससे उन्हें कितनी कैलोरी मिल रही है। कैलोरी की अनदेखी उनके लिए खतरनाक हो सकती है और इससे कैंसर, मधुमेह या दिल की बीमारी की समस्याएं जन्म ले सकती हैं।
समाचार पत्र 'डेली एक्सप्रेस' के मुताबिक ब्रिटेन में 'वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड' द्वारा कराए गए एक सर्वेक्षण के ई युवाओं को ह्यूमोज व तथाकथित हल्का भोजन कहे जाने वाले मैयोनेज से मिलने वाली कैलोरी या ऊर्जा के सम्बंध में सही जानकारी नहीं है। सिर्फ 32 प्रतिशत लोग यह जानते हैं कि ह्यूमोज में कैलोरी की उच्च मात्रा होती है। इसी तरह केवल 29 प्रतिशत लोगों को पता है कि वसा की कम मात्रा वाला मैयोनेज- अंडे की जर्दी, तेल व सिरके से बना खाद्य पदार्थ उच्च कैलोरी युक्त होता है।
तथ्य यह है कि ह्यूमोज व मैयोनेज दोनों उच्च कैलोरी युक्त भोजन हैं। इससे पता चलता है कि लोगों में भोजन में कैलोरी की मात्रा को लेकर पर्याप्त समझ नहीं है। 'यूगोव' सर्वेक्षण के मुताबिक हल्के भोजन या वसा की कम मात्रा वाले भोजन को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा होती है। यह एक गम्भीर समस्या है क्योंकि वजन बढ़ने से आपको कैंसर, दिल की बीमारियों से लेकर मधुमेह जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
अध्ययन में 2,128 वयस्कों से प्रश्न पूछे गए। बीस प्रतिशत वयस्कों का मानना था कि केलों में कैलोरी की मात्रा ज्यादा होती है जबकि वास्तविकता यह है कि प्रति 100 ग्राम केले में औसतन केवल 95 कैलोरी होती है। कई लोग नए साल पर अपना वजन कम करने का लक्ष्य निर्धारित करते हैं लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि उन्हें पता हो कि वे जो भोजन ले रहे हैं, उसमें कितनी कैलोरी है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 3, 2012, 15:25