Last Updated: Sunday, September 9, 2012, 18:35

बर्लिन : बायो सेंसर के कारण अब मधुमेह रोगियों को रक्त शर्करा का स्तर जानने के लिए सुई के दर्द से छुटकारा मिल सकता है। जर्मनी के फ्रॉनहोफर इंस्टीट्यूट फॉर इलेक्ट्रॉनिक फॉर माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक सर्किट्स (आईएमएस) के वैज्ञानिकों ने एक छोटे से मोबाइल बायो सेंसर का आविष्कार किया है जो पसीने या आंसुओं में मौजूद उतकों की सहायता से रक्त शर्करा का स्तर पता लगाया जा सकता है। पहले के बायो इलेक्ट्रिक सेंसर काफी बड़े होते थे और इनके संचालन में अत्यधिक विद्युत की खपत होती थी। आईएमएस के टॉ जिमरमान ने कहा, `नए सेंसर को कम ऊर्जा की जरूरत होती है जिससे इसकी कार्यक्षमता बढ़ जाती है।`
First Published: Sunday, September 9, 2012, 18:23