Last Updated: Thursday, April 26, 2012, 02:38
वाशिंगटन: डार्क चॉकलेट आपको ढेरों लाभ पहुंचा सकती है। सुनकर आपको हैरानी होगी मगर ये सच है। फेवनोल्स से भरपूर डार्क चॉकलेट का सेवन हृदय सम्बंधी रोग जैसे रक्तचाप कम होना और रक्त प्रवाह में कमी जैसे जोखिमों को कम कर सकता है। इसके अलावा यह रक्त वसा स्तर को भी सुधारता है। एक नये अध्ययन में यह खुलासा हुआ। फेवनोल्स के यौगिक पदार्थ अंगूर, जामुन और सेब में भी पाए जाते हैं। यह स्वास्थ्य कोशिकाओं को ही नष्ट नहीं करते बल्कि सेलुलर डीएनए में भी परिवर्तन करते हैं और दिल की बीमारियों से कैंसर तक 60 अलग-अलग स्वास्थ्य दिक्कतों का कारण हैं।
शोधकर्ताओं ने अमेरिका स्थित सैन डिएगो स्टेट यूनिवर्सिटी में लोगों के एक समूह को 15 दिनों तक 70 प्रतिशत कोकोआ युक्त डार्क चॉकलेट (50 ग्राम) खिलाई, जबकि एक अन्य समूह को कोकोआ रहित सफेद चॉकलेट दी गई।
यूनिवर्सिटी के बयान के अनुसार प्रतिभागियों का रक्तचाप, अग्र बाहु त्वचा रक्त प्रवाह और रक्त में ग्लूकोज का स्तर अध्ययन की शुरुआत और आखिरी दिन रिकॉर्ड किया गया।
अध्ययन के अनुसार सफेद चॉकलेट खाने वाले समूह की तुलना में डार्क चॉकलेट खाने वाले समूह के प्रतिभागियों में रक्त ग्लूकोज का स्तर कम पाया गया। साथ ही डार्क चॉकलेट खाने वालों में बुरे कॉलेस्ट्रॉल (एलडीएल) में कमी आई तथा अच्छे कॉलेस्ट्रॉल (एचडीएल) की मात्रा बढ़ गई।
शोधकर्ताओं ने इस प्रकार निष्कर्ष निकाला कि डार्क चॉकलेट ग्लूकोज का स्तर और लिपिड प्रोफाइल में सुधार कर हृदय रोग के जोखिम को कम करता है। हालांकि उन्होंने यह भी चेताया कि इसका सेवन कम मात्रा में किया जाना चाहिए क्योंकि यह आसानी से संतृप्त वसा और कैलोरी की दैनिक मात्रा को बढ़ा सकता है।
इन परिणामों को अमेरिका के सैन डिएगो में हुए 'एक्सपेरिमेंटल बॉयोलॉजी 2012' बैठक में प्रस्तुत किया गया।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, April 26, 2012, 16:12