Last Updated: Sunday, February 26, 2012, 02:47
लंदन: शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि मनोरोगियों को दी जाने वाली दवायें स्मृतिलोप यानी डिमेंशिया रोगी को दी जायें तो उससे जान को खतरा हो सकता है।
यह वे दवायें हैं जो डेमेंशिया के रोगी को अधिक गुस्सा आने पर दी जाती हैं। इनसे रोगी को नींद आने लगती है। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल द्वारा किये गये शोध में बताया गया है कि ऐसी दवाओं के इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिये। यह शोध ‘ब्रिटिश मेडिकल जर्नल’ में प्रकाशित हुआ है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि बहुत खतरनाक माने जाने वाली रिसपेरिडोन से भी कुछ दवाओं का असर दोगुना है।इन दवाओं की अधिकम मात्रा में खुराक लेने से रोगी की मौत की संभावना बढ़ जाती है। यूनिवर्सिटी ऑफ एंगिला के डॉक्टर क्रिस फॉक्स ने कहा कि इस शोध से इन दवाओं की हानि के बारे में बहुत जानकारी मिल सकती है।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, February 26, 2012, 08:17