Last Updated: Sunday, April 29, 2012, 10:19
वॉशिंगटन : वैज्ञानिकों ने दिल के दौरे से बचाव के लिए नया उपाय खोजने का दावा किया है। उनका कहना है कि तेज रोशनी के इस्तेमाल से इस खतरे से बचा जा सकता है।
कोलोराडो विश्वविद्यालय के एक अध्ययन दल का नेतृत्व करने वाले प्रोफेसर टोबाइस एकले ने कहा ‘अध्ययन में कहा गया है कि तेज रोशनी या दिन की रोशनी दिल का दौरा पड़ने का खतरा या इससे हुए नुकसान को कम कर सकती है। मरीजों के लिए हम कहना चाहेंगे कि अस्पताल के अंदर दिन की रोशनी दिल के दौरे से हुए नुकसान को कम करने में मददगार हो सकती है।’ वैज्ञानिकों का कहना है कि मानव शरीर की जैविक घड़ी का संबंध अंधेरे और रोशनी से होता है। जैविक घड़ी मस्तिष्क के प्रोटीनों से विनियमित होती है।
‘नेचर मेडिसिन’ जर्नल के अनुसार, उन्होंने पाया कि पीरियड 2 नामक प्रोटीन दिल के दौरे से हुआ नुकसान कम करने में अहम भूमिका निभाता है। दिल का दौरा पड़ने पर हृदय में ऑक्सीजन नहीं पहुंचती। ऐसे में हृदय को अपने सामान्य ईंधन वसा से ग्लुकोज का रूख करना पड़ता है। दिल के चयापचय में यह परिवर्तन न होने पर कोशिकाएं मर जाती हैं और हृदय को नुकसान पहुंचता है।
अध्ययन में कहा गया है कि पीरियड 2 प्रोटीन ईंधन का वसा से ग्लुकोज में बदलाव के लिए अहम होता है जिससे हृदय का चयापचय ज्यादा प्रभावी हो जाता है। पशुओं में तेज रोशनी इसी पीरियड 2 को प्रेरित करती है और दिल के दौरे का खतरा घटा देती है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, April 29, 2012, 15:49