Last Updated: Tuesday, April 9, 2013, 22:59

लखनऊ: फास्ट फूड व आलू से बने पदार्थो के अधिक सेवन से दांतों में कैविटी की समस्या बढ़ गई है। कैविटी होने पर नजरअंदाज नहीं करें, बल्कि फिलिंग करा लें। वरना खाली जगह में नुकीला दांत लड़ने या कोई चीज फंसने से कैंसर का खतरा रहता है।
दंत चिकित्सकों के मुताबिक सुबह व रात में टूथब्रश न करने से दांतों में खाद्य पदार्थ चिपके रहते हैं। इससे बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं, जो एसिड निकालते हैं। धीरे-धीरे वह जगह खोखली हो जाती है और बगल के दांत नुकीले हो जाते हैं। उनकी रगड़ से कैंसर हो सकता है।
जानकारों का मानना है कि जो लोग गुटखा दबाकर खाते हैं। दबाने वाले स्थान में कैंसर का खतरा रहता है। शरीर में विटामिन बी की कमी से मुंह में अल्सर हो सकता है। मुंह के परीक्षण से विभिन्न रोगों का भी पता लगा सकते हैं। मसूड़ों से खून निकलना ब्लड कैंसर का लक्षण हो सकता है। दांत हिलना व मुंह में सूखापन डायबिटीज का लक्षण है। किडनी की दिक्कत होने पर यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने से मुंह में अल्सर व बदबू आती है।
दंत चिकित्सकों के मुताबिक दांतों की सुरक्षा के लिए एक मिनट तक ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर की ओर टूथब्रश करें। साथ ही माउथवाश भी करें। दांतों की बेहतरी के लिए तंबाकू, सिगरेट व एल्कोहल लेने से परहेज करना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 9, 2013, 22:59