Last Updated: Sunday, February 24, 2013, 17:20

वाशिंगटन : एक नई फिल्टरिंग तकनीक के जरिए फेफड़ों को दमा पैदा करने वाले तत्वों, विषाणुओं एवं अतिसूक्ष्म कणों से बचाया जा सकता है। वर्तमान फिल्टरिंग प्रणाली की अपेक्षा यह नया उपकरण `एसएक्ससी ईएसपी` श्वसन एवं वायरल संक्रमण एलर्जी के कारण सांस लेने में होने वाली दिक्कतों से बचाव करने में कहीं ज्यादा असरदार है।
इस अध्ययन का नेतृत्व करने वाले वाशिंगटन विश्वविद्यालय के ऊर्जा, पर्यावरण एवं रसायन अभियांत्रिकी विभाग के अध्यक्ष प्रतीम बिस्वास ने कहा, `पारंपरिक वायु शोधक विषाणुओं एवं अन्य विषाक्त कणों को फिल्टर में रोक लेते हैं, जहां वे निवास करने लगते हैं तथा विकास करने लगते हैं।`
सप्ताह में दो बार प्रकाशित होने वाली पत्रिका `अप्लाइड एंड एनवायरमेंटल माइक्रोबायलॉजी` ने बिस्वास के हवाले से लिखा है कि विकसित देशों में अधिकतर लोग अपना अधिकांश समय घरों के अंदर निर्मित शुद्ध वातावरण में व्यतीत करते हैं, जो आज के समय में स्वस्थ रहने के लिए जरूरी भी है। अब इस नई तकनीक से कार्यालय और आवासीय परिसरों को विषाणुमुक्त बनाया जा सकता है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 24, 2013, 17:20